लखनऊ में ‘भिक्षा से स्वावलंबन की ओर’ कार्यक्रम Smile Project के तहत 16 पूर्व भिक्षुक Zomato से जुड़े, प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं की संयुक्त पहल से बदली ज़िंदगियाँ

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम
लखनऊ : भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय (Ministry of Social Justice and Empowerment) की महत्वाकांक्षी स्माइल परियोजना (Smile Project) के अंतर्गत भिक्षावृत्ति से मुक्ति और पुनर्वास को लेकर एक उल्लेखनीय पहल देखने को मिली। जिला प्रशासन लखनऊ (District Administration Lucknow) एवं समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) के सहयोग से उम्मीद संस्था (Umeed Sanstha) द्वारा संचालित कार्यक्रमों की श्रृंखला में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में “भिक्षा से स्वावलंबन की ओर” (From Begging to Self-Reliance) विषय पर एक भव्य एवं उद्देश्यपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें समाज के सबसे हाशिए पर खड़े लोगों के जीवन में आए सकारात्मक बदलावों को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया गया।
इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी एवं भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ता (Indian Cricket Team Selector) आर. पी. सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव, श्रम विभाग (Principal Secretary, Labour Department) एस. के. सुंदरम, विधान परिषद सदस्य (MLC) पवन सिंह चौहान, लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी (Chief Development Officer) अजय जैन तथा उम्मीद संस्था के संस्थापक एवं सचिव (Founder & Secretary) बलबीर सिंह मान सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी, समाजसेवी और अन्य विशिष्ट अतिथि मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल सम्मान और आंकड़ों तक सीमित नहीं था, बल्कि भिक्षावृत्ति से बाहर निकल चुके लोगों की संघर्षपूर्ण यात्रा को समाज के सामने उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करना भी था।
कार्यक्रम के दौरान यह तथ्यात्मक जानकारी साझा की गई कि उम्मीद संस्था के सतत प्रयासों, काउंसलिंग (Counselling), स्किल ट्रेनिंग (Skill Training) और आजीविका से जोड़ने की रणनीति के चलते अब तक अनेक लोग भिक्षावृत्ति त्यागकर सम्मानजनक जीवन की ओर बढ़ चुके हैं। इनमें से 31 लोग लखनऊ नगर निगम (Municipal Corporation) में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं, जिससे उन्हें नियमित आय और सामाजिक सुरक्षा दोनों प्राप्त हो रही हैं। इसके अलावा 5 व्यक्तियों को चार पहिया वाहन चालक (Four Wheeler Driver) के रूप में रोजगार मिला है, जबकि 3 महिलाएँ ब्यूटी पार्लर (Beauty Parlour) में प्रशिक्षित होकर कार्य कर रही हैं। उल्लेखनीय रूप से 1 महिला लाभार्थी ने स्वयं का स्टार्टअप (Startup) शुरू कर आत्मनिर्भरता की एक नई मिसाल पेश की है।
कार्यक्रम की सबसे ऐतिहासिक उपलब्धि यह रही कि देश में पहली बार 16 पूर्व भिक्षावृत्ति में संलग्न लोगों को Zomato जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म (Online Delivery Platform) से जोड़ा गया। इन सभी लाभार्थियों को मंच पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया, जिससे न केवल उनका मनोबल बढ़ा, बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी गया कि सही मार्गदर्शन और अवसर मिलने पर कोई भी व्यक्ति आत्मनिर्भर बन सकता है। इसके अतिरिक्त हेल्थ सेक्टर (Health Sector) में योगदान के लिए डॉ. अजय कुमार, संस्थापक नेल्सन हॉस्पिटल (Nelson Hospital) तथा समाजसेवी सुमित मित्तल को उनके विशेष सहयोग और सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि आर. पी. सिंह ने अपने संबोधन में भिक्षावृत्ति छोड़ चुके प्रतिभागियों और बच्चों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती संघर्षों का उल्लेख करते हुए कहा कि परिश्रम (Hard Work), अनुशासन (Discipline) और आत्मविश्वास (Self-Confidence) से किसी भी परिस्थिति को बदला जा सकता है। सिंह ने यह भी कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से इस अभियान से जुड़कर देश को भिक्षामुक्त (Beggar Free India) बनाने के प्रयासों में सहयोग देंगे।
प्रमुख सचिव, श्रम विभाग एस. के. सुंदरम ने अपने वक्तव्य में आश्वस्त किया कि श्रम विभाग भविष्य में इस अभियान के साथ मिलकर बच्चों को शिक्षा (Education) से और वयस्कों को रोजगार (Employment) के अवसरों से जोड़ने में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं (Government Schemes) का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना ही इस तरह के अभियानों का मूल उद्देश्य है।
मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन ने जनपद लखनऊ में चल रहे “भिक्षामुक्त लखनऊ” (Beggar Free Lucknow) अभियान की प्रगति साझा करते हुए बताया कि प्रशासनिक समन्वय और सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी से लगातार सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने अधिक से अधिक लाभार्थियों को स्टार्टअप और स्वरोजगार (Self Employment) से जोड़ने की अपील की, ताकि यह अभियान स्थायी रूप से सफल हो सके।
वहीं एमएलसी पवन सिंह चौहान ने रोजगार प्राप्त कर रहे लाभार्थियों को हर संभव समर्थन देने का संकल्प व्यक्त किया और समाज के विभिन्न वर्गों से इस मानवीय अभियान में अधिकतम सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भिक्षावृत्ति उन्मूलन केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व (Social Responsibility) भी है।





