विश्व विख्यात परम संत बाबा जयगुरूदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी श्रद्धेय पंकज जी महाराज का गाजीपुर में दिव्य सत्संग, आत्मकल्याण और सामाजिक उत्थान का संदेश

Report By : आसिफ अंसारी
गाजीपुर : विश्व विख्यात परम संत बाबा जयगुरूदेव जी महाराज (Baba Jaigurudev Ji Maharaj) के पावन आध्यात्मिक परंपरा को आगे बढ़ाने वाले उनके उत्तराधिकारी श्रद्धेय पंकज जी महाराज (Pankaj Ji Maharaj) के शुभागमन को लेकर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में व्यापक उत्साह का माहौल है। दिनांक 11 दिसम्बर 2025, दिन बृहस्पतिवार को प्रातः 11 बजे से धुरेहरा खेल मैदान, पानी टंकी के पास, त्रिलोकपुर, मनिहारी, जनपद गाजीपुर (Uttar Pradesh) में एक भव्य दिव्य सत्संग एवं नामदान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष श्रद्धा और आस्था देखी जा रही है।
यह कार्यक्रम केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि आत्मिक जागरण, नैतिक मूल्यों के उत्थान और समाज को एक सकारात्मक दिशा देने का प्रयास है। श्रद्धेय पंकज जी महाराज को मर्मभेदी महापुरूष (Spiritual Saint) के रूप में जाना जाता है, जिनके प्रवचन मानव जीवन के गूढ़ रहस्यों को सरल शब्दों में प्रस्तुत करते हैं। कार्यक्रम में सत्संग (Divya Satsang) के माध्यम से मानव जीवन के उद्देश्य, आत्मकल्याण (Self Realization) तथा जीते-जी प्रभु प्राप्ति (God Realization) के सरल मार्ग पर प्रकाश डाला जाएगा।
सत्संग के दौरान श्रद्धेय पंकज जी महाराज शाकाहार–सदाचार (Vegetarianism & Moral Values), मधनिषेध (De-addiction), चरित्र निर्माण (Character Building), आत्मिक शुद्धता और अच्छे समाज के निर्माण (Social Reforms) जैसे विषयों पर मार्गदर्शक संदेश देंगे। आयोजकों के अनुसार, यह सत्संग वर्तमान समय में समाज के सामने खड़ी चुनौतियों—नशाखोरी, नैतिक पतन और पारिवारिक विघटन—के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
कार्यक्रम की विशेषता यह रहेगी कि सत्संग के साथ-साथ नामदान (Namdaan) का भी आयोजन होगा, जहां इच्छुक श्रद्धालु आध्यात्मिक साधना के सरल मार्ग को अपनाने का संकल्प ले सकेंगे। संत परंपरा से जुड़े अनुयायियों का मानना है कि नामदान मानव जीवन को दिशा देने वाला एक आध्यात्मिक सूत्र है, जो आत्मिक शांति के साथ-साथ व्यवहारिक जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाता है। इसी कारण गाजीपुर और आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
आयोजन समिति की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि सत्संग स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ता और आध्यात्मिक अनुयायी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। आयोजक अजीत यादव ने बताया कि यह आयोजन समाज को सही दिशा देने और नई पीढ़ी को आध्यात्मिक मूल्यों से जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उनके अनुसार, श्रद्धेय पंकज जी महाराज के सानिध्य में सत्संग से आत्मिक और भौतिक, दोनों प्रकार का लाभ प्राप्त होता है।
गाजीपुर उत्तरी क्षेत्र के खंड अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह यादव ने बताया कि इस दिव्य आयोजन को लेकर पूरे क्षेत्र में तैयारी जोरों पर है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से सपरिवार सत्संग में पधारने और संतवाणी का लाभ लेने की अपील की। वहीं सत्संग स्थल से जुड़े प्रभाचन्द्र यादव, रामचरण यादव, उपेन्द्र यादव, चन्द्रप्रकाश यादव, कुलदीप यादव, पप्पू यादव, श्रवण यादव और मनबोध यादव (ब्लॉक अध्यक्ष) सहित अन्य पदाधिकारी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।
संत परंपरा से जुड़े जानकारों का मानना है कि ऐसे आयोजन सामाजिक समरसता (Social Harmony) को मजबूत करते हैं और लोगों को नकारात्मक प्रवृत्तियों से दूर रखकर सकारात्मक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। श्रद्धेय पंकज जी महाराज के प्रवचन युवाओं के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हैं, क्योंकि वे आध्यात्मिकता को व्यवहारिक जीवन (Practical Life) से जोड़कर प्रस्तुत करते हैं।
कुल मिलाकर, गाजीपुर में आयोजित होने जा रहा यह दिव्य सत्संग न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि आत्मिक जागरण और समाजिक चेतना (Social Awareness) का एक बड़ा मंच भी है। आयोजकों की ओर से सभी श्रद्धालुओं से समय पर पहुंचने, अनुशासन बनाए रखने और संतवाणी को आत्मसात करने की अपील की गई है।





