भारतीय विश्वकर्मा महासभा की बैठक आरा में सम्पन्न, 30 जुलाई को पटना में होने वाली महारैली को सफल बनाने का लिया संकल्प

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)
आरा: भारतीय विश्वकर्मा महासभा की एक महत्वपूर्ण बैठक उत्तम मैरिज हॉल, जीरो माइल, आरा में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता श्री अमीरचंद शर्मा ने की, जिसमें भोजपुर जिले सहित बिहार के विभिन्न हिस्सों से विश्वकर्मा समाज के गणमान्य प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी उपस्थित हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य 30 जुलाई 2025 को पटना में आयोजित होने वाली “विश्वकर्मा राजनीतिक अधिकार महारैली” को सफल बनाने की रणनीति तय करना था।
बैठक में बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति भोजपुर के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश पंडित, जिला सचिव उमाशंकर पंडित और कोषाध्यक्ष सतेंद्र पंडित सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी ने एकमत से यह निर्णय लिया कि समाज को संगठित कर राजनीतिक अधिकारों की प्राप्ति के लिए एकजुट होकर संघर्ष किया जाएगा।
सभा को संबोधित करते हुए भारतीय विश्वकर्मा महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष विद्या भूषण शर्मा ने कहा,
अब समय आ गया है कि विश्वकर्मा समाज अपने संविधानिक, सामाजिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए संगठित होकर आवाज उठाए। 30 जुलाई को पटना में होने वाली महारैली केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज की राजनीतिक चेतना का परिचायक होगी।
उन्होंने आगे कहा कि समाज की भागीदारी हर क्षेत्र में होनी चाहिए और इसके लिए राजनीतिक मंच पर मजबूत उपस्थिति आवश्यक है।
बैठक में कवि राज कवि, जिला सचिव रंगलाल शर्मा, अजय शर्मा (उपाध्यक्ष), मुनिलाल विश्वकर्मा (जिला उपाध्यक्ष), सुरीठ शर्मा, अरविंद शर्मा, श्रीभगवान शर्मा, कमल शर्मा, संतोष शर्मा, हृदयानंद शर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में विश्वकर्मा समाज की एकता, शिक्षा, संगठन और राजनीतिक भागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि भोजपुर जिले के हर पंचायत और गांव से प्रतिनिधियों को पटना महारैली में शामिल किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग कार्यकारिणी समितियों का गठन भी किया जा रहा है, जो जनसंपर्क और प्रचार-प्रसार का कार्य करेंगी।
सभा में यह आह्वान किया गया कि विश्वकर्मा समाज के सभी युवाओं, बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों को 30 जुलाई की रैली में भाग लेकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना चाहिए, ताकि आने वाले चुनावों में समाज की भूमिका निर्णायक बन सके।