मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतरराष्ट्रीय कराटे चैम्पियनशिप के विजेता उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों को किया सम्मानित

Report By: उत्तराखंड डेस्क
देहरादून: उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में राज्य के उन तीन होनहार खिलाड़ियों को सम्मानित किया, जिन्होंने श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित नवीं साउथ एशियन कराटे चैम्पियनशिप 2024 में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतकर राज्य और देश का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने तीनों खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि ये खिलाड़ी उत्तराखण्ड की नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि खेलों में उत्तराखण्ड का लगातार बढ़ता प्रदर्शन राज्य की खेल प्रतिभाओं और उनके परिश्रम का प्रत्यक्ष प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को हरसंभव सहयोग और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्रीलंका में भारत का जलवा, उत्तराखण्ड का योगदान अहम
2 जुलाई से 6 जुलाई 2025 तक श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित नवीं साउथ एशियन कराटे चैम्पियनशिप में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 59 पदक अपने नाम किए। इनमें 23 स्वर्ण, 24 रजत और 12 कांस्य पदक शामिल हैं, जिसके चलते भारत को कुल अंकों के आधार पर प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त हुआ।
इस ऐतिहासिक जीत में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने भी अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। देहरादून में 12 से 15 जून के बीच आयोजित राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर उत्तराखण्ड के तीन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया था।
उत्तराखण्ड के पदक विजेता खिलाड़ी:
1. अनामिका बिष्ट (चंपावत) – अनामिका ने कैडेट वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। उनकी यह जीत विशेष रूप से इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि सीमांत जनपद चंपावत से आने के बावजूद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
2. मैत्री बलूनी (डोईवाला, देहरादून) – अंडर-21 कुमीते स्पर्धा में मैत्री ने कांस्य पदक जीतकर अपनी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट तकनीकी क्षमता का परिचय दिया। मैत्री का प्रदर्शन भविष्य में और बड़े मंचों पर पदक जीतने की संभावना को मजबूत करता है।
3. क्रियांश कौशिक (देहरादून) – मात्र 12 वर्ष की उम्र में क्रियांश ने अंडर-12 कुमीते स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल कर सबका दिल जीत लिया। उनकी यह उपलब्धि बाल खिलाड़ियों के बीच एक नई प्रेरणा बनकर उभरी है।
सम्मान समारोह के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड की धरती में असीम संभावनाएं हैं। यहां के युवा खेल, शिक्षा, कला और संस्कृति के क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना के माध्यम से खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण सुविधाएं और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु विशेष समर्थन दिया जा रहा है।
उन्होंने कोचों, अभिभावकों और खेल संगठनों का भी आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग और मार्गदर्शन से ये प्रतिभाएं आगे बढ़ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य में खेल सुविधाओं के विस्तार हेतु जिला स्तर पर आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र बनाए जा रहे हैं। खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग और प्रशिक्षण सुविधा देने के लिए सरकार खेल नीति में निरंतर सुधार कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे खिलाड़ियों को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक अनुदान, छात्रवृत्ति और नौकरी के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वे पूरी तरह से खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकें।