साऊथ की कुरूप पिक्चर देख पति ने रची थी 26 वर्षीय युवक की साजिश, लोन के कर्ज में डूबा था आरोपी।

Report By : संजय साहू
चित्रकूट : चित्रकूट जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक मासूम युवक की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को अपनी ही कार में जलाकर यह दिखाने की कोशिश की कि वह खुद मर गया है। इस झूठी मौत का मकसद था – बीमा कंपनी से 2 करोड़ रुपये की राशि हासिल करना।

यह घटना 30 जून 2025 को सामने आई, जब थाना राजापुर क्षेत्र के सिकरी अमान गांव के पास एक अल्टो K10 कार (MP 19 CB 3053) में पूरी तरह जला हुआ शव मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आग बुझाकर शव को कब्जे में लिया। चूंकि शव पूरी तरह जल चुका था, इसलिए उसकी पहचान नहीं हो सकी।
कुछ दिनों बाद एक व्यक्ति गिरजा शरण सिंह ने राजापुर थाने में सूचना दी कि जली हुई कार उनके साले सगमेंद्र सिंह की है, जिसे उनका दामाद सुनील सिंह चलाता था। इसके बाद सुनील की पत्नी हेमा सिंह ने पुलिस को बताया कि सुनील 29 जून की शाम सुल्तानपुर गया था और रात में उससे आखिरी बार बात हुई थी। उसके बाद उसका फोन बंद हो गया था। हेमा ने जले हुए शव की पहचान अपने पति सुनील के रूप में की।
शव की पहचान और मामला संदिग्ध लगने के कारण पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के निर्देश पर एसओजी टीम और राजापुर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कथित मृतक सुनील सिंह अभी जीवित है और चोरी-छिपे अपने रिश्तेदार से मिलने आया है।

7 जुलाई की रात करीब 11:40 बजे पुलिस ने सुनील सिंह को चित्रकूट के आनंदपुर गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुनील ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उस पर बहुत सारा कर्ज था। अपनी पत्नी हेमा के तानों और गरीबी से परेशान होकर उसने 2024 में खुद का 2 करोड़ रुपये का बीमा कराया था। इसके बाद उसने योजना बनाई कि किसी व्यक्ति को मारकर अपने आपको मृत दिखाया जाए, जिससे बीमा की रकम मिल सके।
एक दिन उसे रीवा के नेहरू नगर इलाके में शराब के ठेके पर विनय चौहान नाम का युवक मिला। वह अकेला रहता था और सुनील के जैसे ही कद-काठी का था। सुनील ने उसे शराब पिलाई, दोस्ती की और धीरे-धीरे उसे अपने जाल में फंसा लिया। 29 जून की रात वह विनय को अपनी कार में बैठाकर एक सुनसान जगह ले गया। वहां पहले से रखे सिलेंडर, कपूर और बॉडी स्प्रे के जरिए उसने विनय को जिंदा जलाकर मार डाला। इसके बाद कार को भी आग के हवाले कर दिया और मौके से फरार हो गया।
वह प्रयागराज जाकर छिप गया, जबकि उसकी पत्नी हेमा ने योजना के अनुसार पुलिस और परिवार को यह दिखाया कि सुनील की मौत हो गई है। लेकिन पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए इस पूरे षड्यंत्र को उजागर कर दिया।
पूछताछ में हेमा सिंह ने भी स्वीकार किया कि वह इस योजना में शामिल थी और उसने अपने पति का साथ दिया क्योंकि वह भी कर्ज से परेशान थी और बेहतर जिंदगी जीना चाहती थी।
मृतक विनय चौहान के भाई विकास ने भी पुष्टि की कि उसका भाई 29 जून से गायब है। पुलिस ने डीएनए जांच के लिए नमूने भेज दिए हैं ताकि शव की पहचान की अंतिम पुष्टि हो सके।
इस खौफनाक साजिश में शामिल सुनील सिंह और उसकी पत्नी हेमा सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों रीवा, मध्य प्रदेश के निवासी हैं।

इस जटिल मामले का सफलतापूर्वक खुलासा करने पर पुलिस अधीक्षक ने एसओजी और राजापुर थाना पुलिस टीम को ₹10,000 का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
गिरफ्तार आरोपी:
1. सुनील सिंह (उम्र 39 वर्ष)
2. हेमा सिंह (उम्र 35 वर्ष)
निवासी – कनपुरा, थाना जवां, जिला रीवा, मध्य प्रदेश
गिरफ्तारी का समय और स्थान:
7 जुलाई 2025, रात 11:40 बजे, आनंदपुर गांव के पास, थाना कोतवाली कर्वी क्षेत्र
पुलिस की सराहना:
इस मामले को सुलझाने में एसओजी टीम, सर्विलांस यूनिट और राजापुर थाने की पुलिस ने सराहनीय भूमिका निभाई।