परीक्षा केंद्रों के बाहर खड़ी स्कूटी-बाइकों से चोरी करने वाले गैंग का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार

Report By : स्पेशल डेस्क
लखनऊ : पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है जो परीक्षा केंद्रों के बाहर खड़ी स्कूटी व बाइक की डिग्गी से परीक्षार्थियों के मोबाइल, गहने, डेबिट कार्ड और अन्य कीमती सामान चोरी करता था। इस गैंग के तीन सदस्यों को थाना कृष्णानगर पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में सैयद सैफ, मंयक सोनकर और रुपेश यादव शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से तीन मोबाइल फोन, एक सोने की चैन, दो कान के टॉप्स, एक पैन कार्ड, एक निर्वाचन कार्ड, दो डेबिट कार्ड, एक चोरी की स्कूटी (UP32HR5621) और ₹730 नकद बरामद किए हैं।
पहली शिकायत 11 जून को प्रियंका शुक्ला नाम की महिला ने दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 9 जून को जब वे कृष्णानगर स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने गई थीं, तब उनकी स्कूटी की डिग्गी में रखा मोबाइल और गहने चोरी कर लिए गए। विरोध करने पर अभियुक्तों ने उनके साथ धक्का-मुक्की और अभद्रता भी की थी।
दूसरी शिकायत 7 जुलाई को अमेठी निवासी मो० वैश ने दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 4 जुलाई को उनके मोबाइल और दो डेबिट कार्ड परीक्षा केंद्र पर खड़ी स्कूटी से चोरी हो गए और उसके बाद करीब ₹1.30 लाख रुपये उनके खाते से निकाल लिए गए।
इन दोनों घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए थाना कृष्णानगर द्वारा चार टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और स्थानीय स्तर पर सुरागरसी की। इसके बाद तीनों आरोपियों को संगम विहार कॉलोनी अंडरपास के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में मुख्य आरोपी सैयद सैफ ने बताया कि उन्होंने 9 जून और 4 जुलाई को पवन ऑनलाइन सॉल्यूशन परीक्षा केंद्र पर पहुंचने वाले परीक्षार्थियों की स्कूटी की डिग्गी से मोबाइल, अंगूठी और अन्य गहनों की चोरी की थी। इन सामानों को बेचकर मिले पैसे को आपस में बांट लिया गया था।
चोरी की स्कूटी के बारे में पूछने पर सैयद सैफ ने बताया कि कुछ दिन पहले फीनिक्स मॉल के पास से यह स्कूटी चोरी की गई थी, जिसका इस्तेमाल चोरी का सामान लाने-ले जाने में किया जाता था। डेबिट कार्ड से ऑनलाइन खरीदारी करने और एक अन्य आरोपी के क्रेडिट कार्ड का बिल भरने की बात भी स्वीकार की गई है।
इस गैंग की कार्यशैली बेहद चालाक थी। ये लोग परीक्षा केंद्रों के बाहर खड़े उन वाहनों को चिन्हित करते थे, जिनमें सामान रखा होता था। जैसे ही परीक्षार्थी केंद्र में प्रवेश करता, वे डिग्गी खोलकर चोरी कर लेते। बाद में डेबिट कार्ड और सिम कार्ड के जरिए ऑनलाइन खरीदारी भी करते थे।
मुख्य आरोपी सैयद सैफ का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। उस पर लखनऊ, प्रयागराज और बाराबंकी जिलों में चोरी, धोखाधड़ी, गिरोहबंदी, आईटी एक्ट समेत कुल 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
थाना कृष्णानगर पुलिस टीम की इस सराहनीय कार्रवाई के लिए पुलिस उपायुक्त दक्षिणी द्वारा ₹15,000 के इनाम की घोषणा की गई है। पुलिस अब इन आरोपियों से पूछताछ कर इनके नेटवर्क और अन्य संभावित घटनाओं की जांच में जुट गई है।
पुलिस की अपील है कि आम जनता, विशेषकर परीक्षार्थी, अपने वाहन की डिग्गी में कीमती सामान न रखें और पूरी सतर्कता बरतें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।