आपदा जन-जागरूकता अभियान को डीएम ने दिखाई हरी झंडी

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, पटना एवं जिला प्रशासन, भोजपुर के संयुक्त तत्वावधान में आज से भोजपुर जिले के शाहपुर एवं बड़हरा प्रखंडों में “पूर्व-आपदा जन-जागरूकता अभियान” की विधिवत शुरुआत की गई। इस अभियान का शुभारंभ समाहरणालय परिसर से जिलाधिकारी श्री तनय सुलतानिया द्वारा प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि “आपदा के समय घबराने से बेहतर है पहले से तैयारी करना।” उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आपदा के समय की जाने वाली प्राथमिक तैयारी, त्वरित प्रतिक्रिया, प्राथमिक उपचार एवं सुरक्षित स्थानों की जानकारी देना है। उन्होंने बताया कि यह पहल लोगों में आपदा से निपटने की समझ को मजबूत करेगी और ज़मीनी स्तर पर आत्मनिर्भरता बढ़ाएगी।
चार विशेष SDRF टीमें – टीम क, ख, ग, और घ – गठित की गई हैं, जिन्हें आपदा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। ये टीमें गांव-गांव जाकर लोगों को भूकंप, बाढ़, आगजनी, वज्रपात, व अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव की जानकारी देंगी।
लाइव डेमो और प्रशिक्षण सत्र: ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार, आपातकालीन निकासी मार्ग, सुरक्षित स्थानों की पहचान, और संचार माध्यमों के उपयोग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए लाइव डेमो किट्स, साउंड सिस्टम, माइक्रोफोन और प्रचार वाहन का उपयोग किया जा रहा है, जिससे प्रशिक्षण अधिक प्रभावशाली एवं संप्रेषणीय हो सके।
जनसहभागिता पर विशेष ज़ोर: जिलाधिकारी ने आम नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि “आपदा प्रबंधन कोई एक दिन का काम नहीं, बल्कि सतत प्रयासों की मांग करता है। जब हर नागरिक जागरूक होगा तभी हम किसी भी आपदा से प्रभावी ढंग से निपट सकेंगे।”
इस अभियान की निगरानी भोजपुर जिला आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा की जा रही है, जहां से अभियान की गतिविधियों पर निरंतर नजर रखी जा रही है। जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि अभियान सुचारू रूप से चले और हर गांव तक पहुंचे।
भोजपुर जिला प्रशासन एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान में पूरे उत्साह एवं जागरूकता के साथ भाग लें।
“आपदा के प्रति सजग नागरिक ही सुरक्षित समाज की नींव रखते हैं।” इस संदेश के साथ प्रशासन ने सभी वर्गों – छात्र, महिला समूह, किसान, व्यापारी और पंचायत प्रतिनिधियों – से जुड़ने का आह्वान किया है।