भोजपुर में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया राजस्व कर्मचारी, निगरानी विभाग की टीम ने किया गिरफ्तार

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद

भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां पटना से आई निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (ACB) की टीम ने गुरुवार को एक राजस्व कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए राजस्व कर्मचारी का नाम राजा कुमार दास है, जो नोनार हल्का में पदस्थापित था और मधुबनी जिले का निवासी है।

दाखिल-खारिज और परिमार्जन के नाम पर मांगी थी रिश्वत
जानकारी के अनुसार, आरोपी राजस्व कर्मचारी राजा कुमार दास ने बैसाडीह गांव के निवासी महावीर उपाध्याय से उनकी जमीन का दाखिल-खारिज और परिमार्जन कार्य कराने के एवज में कुल 48 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। काफी बातचीत के बाद यह रकम 45 हजार रुपये पर तय हुई थी। तय शर्त के मुताबिक, गुरुवार को 20 हजार रुपये की पहली किस्त दी जानी थी, जिसके लिए महावीर उपाध्याय पहले ही निगरानी विभाग से शिकायत कर चुके थे।

शिकायत के आधार पर निगरानी की टीम ने पूरी योजना के साथ जाल बिछाया और गांधी चौक, पीरो स्थित एक किराए के मकान से आरोपी कर्मचारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई के दौरान कर्मचारी के पास से रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली गई।

गिरफ्तारी के बाद अचानक बिगड़ी तबीयत
गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद आरोपी कर्मचारी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इसके बाद निगरानी विभाग की टीम ने उसे तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल, आरा में भर्ती कराया, जहां अब उसका इलाज निगरानी टीम की निगरानी में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

निगरानी विभाग की कार्रवाई से मचा हड़कंप
इस घटना से पूरे भोजपुर जिले के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। आम नागरिकों के बीच भी इस कार्रवाई की चर्चा जोरों पर है, क्योंकि वर्षों से जमीन संबंधी मामलों में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी की शिकायतें आम रही हैं। निगरानी विभाग की यह कार्रवाई आम जनता में भरोसा पैदा कर रही है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासनिक सख्ती बरती जा रही है।

निगरानी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही उसके बैंक खातों, संपत्ति और अन्य वित्तीय दस्तावेजों की जांच भी शुरू कर दी गई है। यह भी संभावना है कि उसकी सेवा से निलंबन की कार्रवाई शीघ्र शुरू की जाए।

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