विश्व जनसंख्या दिवस पर ‘माय भारत’ के बैनर तले रैली व पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन

Report By: तारकेश्वर प्रसाद

बक्सर: विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर ‘माय भारत’ संस्था के बैनर तले शुक्रवार को जागरूकता रैली और पेंटिंग प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य जनसंख्या वृद्धि की चुनौतियों पर आमजन को जागरूक करना और युवाओं को सामाजिक मुद्दों से जोड़ना रहा। कार्यक्रम का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता निखिल राज ने किया।

कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित हुआ। प्रथम सत्र की शुरुआत सुबह रमना से हुई, जहाँ से रैली पकड़ी होते हुए स्टेशन परिसर तक पहुँची और वहां एक जनसभा का रूप ले लिया। इस दौरान प्रतिभागियों ने जनसंख्या नियंत्रण से जुड़े संदेशों के साथ पोस्टर और तख्तियाँ लेकर नारे लगाए।

हर वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य जनसंख्या से जुड़े मुद्दों और इसके सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभावों पर जागरूकता फैलाना है।

उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2050 तक वैश्विक जनसंख्या 9.7 बिलियन तक पहुंच सकती है, जिससे संसाधनों पर दबाव बढ़ेगा।

वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता पवन सत्यार्थी ने कहा,
बढ़ती जनसंख्या से गरीबी, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव, और पर्यावरणीय असंतुलन जैसी समस्याएं जन्म लेती हैं। विश्व जनसंख्या दिवस 2025 की थीम ‘युवाओं को सशक्त बनाना ताकि वे अपनी पसंद का परिवार चुन सकें’ है। हमें युवाओं को जागरूक और समर्थ बनाना होगा।”

रंगों में बसी जागरूकता: पेंटिंग प्रतियोगिता
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में ‘पाई अकादमी’ में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में बच्चों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतियोगिता में लगभग 50 प्रतिभागियों ने अपनी कलात्मकता के माध्यम से जनसंख्या विषय पर भावनाओं और विचारों को रंगों के ज़रिए प्रस्तुत किया।

प्रतियोगिता में रुचि श्रीवास्तव ने अपने रचनात्मक और विचारशील चित्र के माध्यम से प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं नव्या श्रीवास्तव को द्वितीय स्थान और सोनी राज व सचिन राय को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।

निर्णायक मंडल और सम्मान समारोह
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में समाजसेवी ऐशना राज और पवन सत्यार्थी शामिल थे। विजेताओं को पीयूष सिंह के हाथों सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण के समय उन्होंने कहा,

इस प्रकार की प्रतियोगिताएं न सिर्फ बच्चों की रचनात्मकता को निखारती हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास, सामाजिक चेतना और भावनात्मक बुद्धिमत्ता जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल का भी विकास करती हैं।”

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से स्थानीय समाजसेवी, शिक्षकगण, अभिभावक, विद्यार्थी तथा ‘माय भारत’ संस्था से जुड़े कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए आयोजकों ने आगे भी इस प्रकार के सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित जागरूकता कार्यक्रमों को निरंतर आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई।

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