आरा को चाहिए पॉवरगंज से धोबी घटवा तक फोर लेन एलिवेटेड सड़क

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)

आरा: बिहार का ऐतिहासिक शहर आरा अब सिर्फ इतिहास की पहचान नहीं, बल्कि बढ़ती जनसंख्या, आर्थिक गतिविधियों और शहरीकरण का एक बड़ा केंद्र बन चुका है। लेकिन अफसोस इस बात का है कि आरा का यातायात ढांचा आज भी पुराने ढर्रे पर टिका हुआ है। शहर के सबसे व्यस्त मार्ग पॉवरगंज आरओबी से लेकर धोबी घटवा तक की सड़क वर्षों से ट्रैफिक जाम और अव्यवस्था का प्रतीक बनी हुई है।

हर दिन हज़ारों दोपहिया, चारपहिया, भारी मालवाहक गाड़ियां और पैदल यात्री इसी रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन संकरी और जर्जर सड़क व्यवस्था के कारण पूरे शहर की रफ्तार थमी हुई है। पॉवरगंज से धोबी घटवा होते हुए बिहारी मिल मठिया तक का रास्ता ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन चुका है। खासकर कार्यालय समय, स्कूल टाइम और बाजार के व्यस्त घंटों में स्थिति इतनी बदतर हो जाती है कि लोग घंटों फंसे रहते हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन ट्रैफिक जाम के चलते स्कूली बच्चे, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी, मरीज, एम्बुलेंस सभी को परेशानी झेलनी पड़ती है। पैदल चलना तो दूर, साइकिल और बाइक सवारों को भी रास्ता ढूंढना मुश्किल हो गया है। दुकानों के आगे अतिक्रमण, टूटी-फूटी सड़कें और बारिश के मौसम में जलजमाव ने स्थिति और अधिक भयावह बना दी है।

राहगीरों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस भी इस समस्या से अक्सर बेबस नजर आती है। घंटों के जाम में एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों का रुकना अब आम बात हो गई है, जिससे समय पर मदद पहुंचने में बाधा आती है और कई बार लोगों की जान भी खतरे में पड़ जाती है।

शहर के कई सामाजिक संगठनों, व्यापार मंडल, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिक मंचों का कहना है कि आरा शहर के लिए इस समय सबसे बड़ी जरूरत पॉवरगंज से धोबी घटवा तक फोर लेन एलिवेटेड सड़क का निर्माण है। अगर इस मार्ग पर एलिवेटेड सड़क बनती है तो ऊपर से यात्री और मालवाहक वाहन तेज गति से बिना रुकावट गंतव्य तक पहुंच सकेंगे और नीचे स्थानीय लोगों को आरामदायक आवाजाही का विकल्प मिलेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस सड़क के बनने से शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम का स्थायी समाधान होगा। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, आरा-छपरा पुल और व्यापारिक क्षेत्रों से संपर्क सुगम हो जाएगा।

व्यापारिक दृष्टिकोण से भी यह एलिवेटेड सड़क आरा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्थानीय बाजारों को राहत मिलेगी, समय की बचत होगी और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। इसके अलावा अस्पतालों, आपातकालीन सेवाओं और शिक्षा संस्थानों तक पहुंच आसान होगी, जिससे सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी सुधरेगी।

पॉवरगंज इलाके के व्यवसायी संतोष कुमार कहते हैं,
हम सालों से जाम में फंस रहे हैं। कई बार कस्टमर लौट जाते हैं। अगर ऊपर एलिवेटेड रोड बनेगा तो नीचे हम स्थानीय लोग आराम से आना-जाना कर सकेंगे और ऊपर बड़े वाहन निकल जाएंगे। ये आरा शहर के लिए गेमचेंजर साबित होगा।”

इसी तरह धोबी घटवा के रहने वाले रमेश यादव कहते हैं,
हर दिन ट्रैफिक में फंसकर परेशान हो चुके हैं। सरकार को चाहिए कि इस रोड को प्राथमिकता में ले और जल्द डीपीआर तैयार करवाकर निर्माण शुरू करे।”

स्थानीय लोगों की मांग है कि बिहार सरकार और पथ निर्माण विभाग इस योजना पर गंभीरता से विचार करे और जल्द से जल्द डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर इसे राज्य योजना में शामिल करे। साथ ही भूमि अधिग्रहण और बजट स्वीकृति की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह परियोजना सिर्फ सड़क निर्माण नहीं बल्कि आरा शहर के विकास की नई आधारशिला होगी। समय रहते इस दिशा में निर्णय नहीं लिया गया तो भविष्य में स्थिति और विकराल हो सकती है।

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