जन सूराज के बैनर तले आरा में एकदिवसीय बैठक सम्पन्न

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा, बिहार
आरा: बिहार की राजनीतिक और सामाजिक बदलाव की बयार में एक नया अध्याय जुड़ गया है। जन सूराज के बैनर तले आज भोजपुर जिले के चंदवा स्थित राज उत्सव पैलेस में एकदिवसीय विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता जन सूराज अभियान के सक्रिय कार्यकर्ता डॉ. विजय गुप्ता ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 18 जुलाई को आयोजित होने वाली “बदलाव यात्रा” की रणनीति तैयार करना और लोगों में जन जागरूकता लाना था।
बैठक की शुरुआत उत्साहपूर्ण माहौल में हुई, जहां सैकड़ों की संख्या में जन सूराज के कार्यकर्ता एवं आम लोग उपस्थित रहे। अपने संबोधन में डॉ. विजय गुप्ता ने कहा, “मैं हमेशा राजनीति से दूरी बनाकर चलना चाहता था। लेकिन बिहार की जमीनी सच्चाई और बदहाल स्थिति ने मुझे झकझोर दिया। जब मैंने जन सूराज के संस्थापक प्रशांत किशोर जी की बातें सुनीं तो एहसास हुआ कि अब हम आम लोगों को भी आगे आकर बिहार को बदलने की जिम्मेदारी उठानी होगी।”
डॉ. गुप्ता ने अपने उद्बोधन में यह भी स्पष्ट किया कि बदलाव यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक अभियान नहीं बल्कि एक सामाजिक क्रांति है। उन्होंने कहा, “यह यात्रा किसी जाति या धर्म की नहीं बल्कि बिहार की आने वाली पीढ़ी के सुनहरे भविष्य की यात्रा है। यह लड़ाई उन सपनों के लिए है जो हर बिहारी अपने बच्चों के लिए देखता है – बेहतर शिक्षा, रोजगार, सुरक्षित भविष्य और एक विकसित बिहार।”
उन्होंने आगे कहा कि 18 जुलाई को आरा की पावन धरती पर, माँ आरण्य देवी के आशीर्वाद के साथ, जन सूराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का भव्य स्वागत किया जाएगा। डॉ. विजय गुप्ता ने संकल्प लिया कि वे अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस बदलाव यात्रा का हिस्सा बनेंगे और बिहार के नव निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे।
बैठक में आरा जिले के कई प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, पंचायत प्रतिनिधि और युवा शामिल हुए। उपस्थित गणमान्य लोगों में प्रमुख रूप से बबलू सिंह, सुराजभान सिंह, गोलू कुमार, प्रिंस सिंह, कल्लू कुमार, निर्मल यादव, प्रीतम सिंह, शुभम कुमार, सरपंच संतोष शर्मा, सहदेव सिंह सहित कई सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि बिहार की तस्वीर अब बदलेगी और हर बिहारी अपने राज्य में सम्मान के साथ रोजगार प्राप्त करेगा।
बैठक के दौरान यह तय किया गया कि बदलाव यात्रा के दौरान जिले के प्रत्येक गांव और प्रखंड में जन संवाद स्थापित किया जाएगा। हर परिवार तक जन सूराज का संदेश पहुँचाया जाएगा ताकि लोगों को यह समझ में आये कि अब बदलाव संभव है, बशर्ते लोग अपने अधिकारों और कर्तव्यों के लिए जागरूक हों।
बैठक में युवाओं की भारी भागीदारी यह संकेत दे गई कि आने वाला समय बिहार में राजनीतिक बदलाव का वाहक बनेगा। विशेषकर युवाओं ने अपनी उपस्थिति से यह संदेश दिया कि वे अब बेरोजगारी, शिक्षा की गिरती गुणवत्ता और पलायन से मुक्ति चाहते हैं।
बैठक का समापन जोशपूर्ण नारों के साथ हुआ
“बिहार बदलेगा, अब हम बदलेंगे”,
“जन सूराज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे”,
“जाति-धर्म से ऊपर उठकर विकास की बात करेंगे।”