राजापुर-बिंदगामा क्षेत्र में “सुरक्षा बाँध” का सुदृढ़ीकरण कार्य शुरू, जिला प्रशासन ने संभाली कमान

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा (बिहार)

आरा: भोजपुर जिले के राजापुर और बिंदगामा जैसे बाढ़ संभावित संवेदनशील क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने समय रहते बड़ा कदम उठाया है। संभावित बाढ़ से सुरक्षा के लिए “सुरक्षा बाँध” के सुदृढ़ीकरण का कार्य तेज़ी से प्रारंभ कर दिया गया है। इस दिशा में जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आ रहा है और बाढ़ से पहले ही एहतियातन तमाम सुरक्षा उपायों पर अमल शुरू कर दिया गया है।

जिलाधिकारी भोजपुर श्री तनय सुल्तानिया के निर्देश पर राजापुर एवं बिंदगामा क्षेत्रों में बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए सुरक्षा बाँध की मजबूती के लिए कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रशासन का प्रयास है कि किसी भी आपात स्थिति में जनजीवन और संपत्ति की रक्षा की जा सके।

जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी को सूचना प्राप्त हुई थी कि सुरक्षा बाँध के आसपास चल रहे सड़क निर्माण एवं खनन गतिविधियों के कारण बांध की मजबूती पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए त्वरित कार्रवाई की। अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) और खनन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर स्थिति का निरीक्षण किया और प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा कार्यों को तत्काल प्रभाव से शुरू करवाया गया।

प्रशासन के द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी भी हालत में सुरक्षा बाँध की मजबूती से समझौता नहीं किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि यदि किसी भी स्थान पर अवैध खनन या अन्य गतिविधि से सुरक्षा बाँध को खतरा होता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में लगातार चौकसी बरती जा रही है। बाढ़ पूर्व तैयारियों के तहत न केवल सुरक्षा बाँध सुदृढ़ किए जा रहे हैं बल्कि नदियों के जलस्तर की निरंतर निगरानी की जा रही है। प्रशासन की ओर से तकनीकी टीमों को भी एक्टिव मोड में रखा गया है ताकि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में तुरंत कार्यवाही हो सके।

जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने क्षेत्रीय जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। किसी भी आपात स्थिति या शिकायत के लिए जिला नियंत्रण कक्ष और हेल्पलाइन नंबर पर तत्काल संपर्क करें। प्रशासन ने सभी पंचायतों और वार्ड स्तर तक निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया है।

खनन विभाग, सिंचाई विभाग, आपदा प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीमें लगातार स्थल का निरीक्षण कर रही हैं। प्रतिदिन की रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि बाँध के किसी भी कमजोर हिस्से को तुरंत चिन्हित कर मरम्मत कार्य तेजी से पूरा कराया जाए।

बाढ़ की विभीषिका से लड़ने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार
भोजपुर जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति में लोगों की जान-माल की सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त SDRF टीमें भी स्टैंडबाय पर रखी गई हैं।

राजापुर-बिंदगामा सहित अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा कार्यों की नियमित समीक्षा की जा रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन के इस त्वरित एक्शन की सराहना की है और राहत की सांस ली है कि इस बार संभावित बाढ़ के लिए पूरी तैयारी की जा रही है।

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