पर्यावरण की जंग में मंत्री ने भरी हुंकार, बाराबंकी में हरियाली का संकल्प गूंजा

रिपोर्ट: श्रवण कुमार यादव

प्रदेश को हरित भविष्य की ओर ले जाने वाले वृक्षारोपण महा-अभियान 2025 की कड़ी में सोमवार को बाराबंकी जनपद के ग्राम रसौली की धरती एक बार फिर हरियाली की सौगात से महक उठी। इस ऐतिहासिक अभियान की अगुवाई राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने की। उन्होंने पीपल, बरगद और नीम का त्रिवेणी रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का सार्थक संदेश दिया।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों से लेकर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक की गरिमामयी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी प्रेरणादायी बना दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, एमएलसी अंगद सिंह, विधायक दिनेश रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य, और मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी जैसे वरिष्ठ जनों की मौजूदगी ने कार्यक्रम की महत्ता को और अधिक बल प्रदान किया।

कार्यक्रम में केवल अधिकारी या जनप्रतिनिधि ही नहीं, बल्कि टी.आर.सी. लॉ कॉलेज और रॉयल ब्लू स्कूल के छात्र-छात्राएं, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, और बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी पूरे उत्साह और संकल्प के साथ शामिल हुए। सभी ने मिलकर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण रक्षा के इस संकल्प को जन-सरोकार का रूप दिया।

मंत्री डॉ. सक्सेना ने मौके पर जन्मे 5 नवजात शिशुओं के अभिभावकों को ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट और सागौन का पौधा भेंट किया। यह एक नवाचार था, जिससे एक नई परंपरा की शुरुआत हुई — “हर जन्म के साथ हरियाली का संकल्प”। इससे लोगों को यह संदेश भी मिला कि जीवन की शुरुआत पर्यावरण प्रेम से ही होनी चाहिए।

डॉ. सक्सेना ने विद्यार्थियों को सहजन पौधे भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि यह पौधा केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक शक्तिशाली कदम है। उन्होंने कहा कि सहजन का पौधा पोषण और प्रकृति—दोनों को सहेजने का साधन है।

जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत ने मौके पर 2023 में रोपे गए नीम के हरे-भरे पौधे को देखकर प्रसन्नता जाहिर की और उसके साथ फोटो खिंचवाकर अपने संकल्प को दोहराया कि केवल पौधारोपण ही नहीं, पौधों का संरक्षण भी उतना ही ज़रूरी है।


मंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए “हर खेत पर मेड़, हर मेड़ पर पेड़” का नारा दोहराया और कार्बन क्रेडिट योजना का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रकृति को सहेजना सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हम सभी नागरिकों का साझा दायित्व है।

कार्यक्रम स्थल के दोनों ओर पहले से मौजूद 2018 और 2024 के वृक्षारोपण कार्यों की सफल उपस्थिति ने यह साबित कर दिया कि बाराबंकी में केवल पौधे नहीं लगाए जाते, बल्कि उन्हें जीवित भी रखा जाता है। इससे विभाग की सतत प्रतिबद्धता का परिचय मिलता है।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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