मैनपुरी सांसद डिंपल यादव पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में मऊ महिला सभा ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की मांग

Report By: आसिफ अंसारी
मऊ : मैनपुरी से सांसद और समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ नेता डिंपल यादव के खिलाफ मौलाना साजिद रशीदी द्वारा की गई आपत्तिजनक, अभद्र और भड़काऊ टिप्पणी के विरोध में आज मऊ जनपद की महिला सभा की कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार विरोध दर्ज कराया। इस टिप्पणी को महिला समाज के सम्मान और गरिमा पर हमला बताते हुए महिला सभा की सदस्यों ने मऊ के पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा तथा मौलाना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती अंशा यादव ने कहा कि मौलाना साजिद रशीदी भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम करता है और बार-बार समाज को भड़काने तथा महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का काम करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उसे संरक्षण देती है और उसे मुसलमानों के प्रतिनिधि के रूप में डिबेट में बिठाकर अपनी राजनीति साधती है, जबकि असल में वह भाजपा की कठपुतली की तरह काम करता है।
महिला सभा की ज़िला अध्यक्ष श्रीमती सितारा यादव ने कहा कि डिंपल यादव जैसी सरल, ईमानदार और सशक्त महिला नेता के खिलाफ इस प्रकार की भाषा का प्रयोग सीधे-सीधे महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की यह एक सोची-समझी साजिश है जिसके तहत महिलाओं को डराने और अपमानित करने की कोशिश की जाती है।
महिला सभा की कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक मऊ को तहरीर के साथ एक ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस अधीक्षक मऊ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया।
आज के विरोध कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी और महिला सभा के कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें महिला सभा ज़िला अध्यक्ष सितारा यादव, सीता राय, कालिंदी भारद्वाज, महिला विधानसभा अध्यक्ष नीलम यादव, सुनीता यादव, समाजवादी पार्टी के ज़िला अध्यक्ष दूधनाथ यादव, ज़िला महासचिव कुददूश अंसारी, ज़िला कोषाध्यक्ष रामधनी चौहान, ब्लॉक अध्यक्ष उमाकांत यादव, राष्ट्रीय सचिव हाजी इरफान, शीला राय, मधुलता, प्रभा भारती, चंद्रा भारती, विधानसभा अध्यक्ष बबलू यादव आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
सभी ने एक स्वर में कहा कि इस प्रकार की बयानबाज़ी किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जा सकती। यह सिर्फ डिंपल यादव का नहीं, बल्कि पूरे महिला समाज का अपमान है। महिला सभा ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होंगी।
इस अवसर पर महिलाओं ने नारेबाज़ी करते हुए यह भी कहा कि वे ऐसी मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेंगी और हर मंच पर महिला सम्मान के लिए आवाज़ उठाएंगी।