ग्रामीण युवाओं को खेलों से जोड़ने का माध्यम बनेंगे मिनी स्टेडियम

Report By: श्रवण कुमार यादव
बाराबंकी:ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाओं को संवारने के लिए बनाए गए मिनी स्टेडियम अगर उपेक्षा का शिकार होंगे, तो युवाओं को मंच कैसे मिलेगा? इसी सोच के साथ जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने विकासखंड मसौली के ग्राम बड़ागांव स्थित ग्रामीण मिनी स्टेडियम का औचक निरीक्षण किया और बदइंतजामी देखकर गहरी नाराजगी जताई।
निरीक्षण के दौरान परिसर में फैली गंदगी और रखरखाव की खराब स्थिति पर डीएम ने संबंधित अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि स्टेडियम को तत्काल साफ कर व्यवस्थित किया जाए, ताकि आस-पास के गांवों के युवाओं को खेल का उपयुक्त माहौल मिल सके।
जिलाधिकारी ने साफ कहा कि केवल निर्माण कर देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि नियमित अनुरक्षण और उपयोगिता भी उतनी ही जरूरी है। उन्होंने एक टास्क फोर्स गठित कर अनुरक्षण कार्यों का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी कार्य स्वीकृत मानकों के अनुरूप हो रहे हैं।
इस मौके पर जिला युवा कल्याण अधिकारी ने जानकारी दी कि मसौली, देवा, त्रिवेदीगंज और बनीकोडर विकासखंडों में ग्रामीण मिनी स्टेडियम संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से तीन स्टेडियमों के अनुरक्षण हेतु शासन से बजट भी प्राप्त हुआ है और कार्य प्रगति पर हैं।
डीएम ने कहा कि ग्रामीण युवा अगर खेलों की ओर आकर्षित हों, तो उनके व्यक्तित्व, अनुशासन और स्वास्थ्य में सुधार होगा। इसके लिए जरूरी है कि खेल सुविधाएं सक्रिय रहें और उनका उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
निरीक्षण के दौरान जॉइंट मजिस्ट्रेट/आईएएस सुश्री गुंजिता अग्रवाल, जिला युवा कल्याण अधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।