आज़ादी, एकता और जिम्मेदारी का पर्व भोजपुर में किसानों ने लहराया तिरंगा

Report By: तारकेश्वर प्रसाद

बिहार के भोजपुर जिले में 79वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न पूरे उल्लास और देशभक्ति के माहौल में मनाया गया। प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक हर जगह तिरंगा शान से लहराया गया। इस अवसर पर उद्वत नगर प्रखंड के चौकीपुर गांव के किसानों ने भी काली अस्थान पर झंडा तोलन कर तिरंगे की आन-बान-शान में अपनी अटूट आस्था का परिचय दिया।

गांव के प्रमुख नागरिकों में रामेश्वर पासवान, मसूदन पासवान, विक्रम पासवान, राजदयाल पासवान, शनि पासवान, चुन्नू पासवान, मुन्ना पासवान, विक्की पासवान, रामचंद्र पासवान, राधा कृष्णा पासवान, रामकुमार पासवान, गोलू कुमार, सूरज उर्फ भोला, धनंजय कुमार, विश्राम, रौशन चौधरी, सोनू कुमार, त्रिभुवन, विशाल कुमार राजा, छोटू इत्यादि उपस्थित रहे। इन सभी ने एक सुर में कहा कि यह दिन हम सभी भारतीयों के लिए गर्व और सम्मान का दिन है।

हर साल 15 अगस्त को भारत के लोग स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। यह वही ऐतिहासिक दिन है, जब 1947 में भारत ने सैकड़ों वर्षों की गुलामी की बेड़ियों को तोड़कर स्वतंत्रता हासिल की थी। इस दिन की पृष्ठभूमि में अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान की कहानी छिपी हुई है। महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे असंख्य वीरों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश को आज़ाद करवाया।

स्वतंत्रता दिवस केवल एक राष्ट्रीय पर्व या सरकारी अवकाश नहीं है, बल्कि यह दिन हमें हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद भी दिलाता है। आज़ादी का असली मतलब केवल अधिकार प्राप्त करना नहीं है, बल्कि अपने देश की प्रगति और विकास में योगदान देना भी है। भ्रष्टाचार, जातिवाद, गरीबी, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसी चुनौतियों से लड़ना आज़ाद भारत के नागरिक का कर्तव्य है।

देशभर की तरह भोजपुर जिले में भी स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। विद्यालयों, पंचायत भवनों, सरकारी कार्यालयों और सामाजिक संस्थाओं में तिरंगा फहराया गया। राष्ट्रगान गूंजा और बच्चों ने देशभक्ति गीतों, नृत्यों और कविताओं के माध्यम से अपनी देशप्रेम की भावना व्यक्त की।

यह पर्व हमें यह संदेश देता है कि हम चाहे किसी भी धर्म, जाति, भाषा या क्षेत्र से हों, लेकिन सबसे पहले हम भारतीय हैं। स्वतंत्रता दिवस हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने देश की एकता, अखंडता और सम्मान की रक्षा करनी चाहिए और भारत को विश्व में सर्वोच्च स्थान दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना चाहिए।

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