कारगिल शहीद संजय यादव की पुण्यतिथि पर हुआ श्रद्धांजलि समारोह, झंडारोहण और सामाजिक संदेश के साथ किया गया स्मरण

Report By: आसिफ अंसारी
गाज़ीपुर,नन्दगंज : कारगिल युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए शहीद संजय यादव की पुण्यतिथि पर धनईपुर ग्रामसभा में एक भव्य श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गाँव और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए और शहीद के बलिदान को नमन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत शौर्य संगठन और यादव महासभा के कार्यकर्ताओं द्वारा ध्वजारोहण से हुई। शहीद संजय यादव की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। ग्रामसभा प्रधान सुदर्शन यादव और फौजी सुरेन्द्र यादव ने कार्यक्रम का संचालन किया। समारोह में देशभक्ति का माहौल देखते ही बन रहा था, हर कोई शहीद के पराक्रम और त्याग को याद कर गर्व महसूस कर रहा था।
शहीद की पत्नी राधिका यादव ने अपने पति की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया और समाजहित में एक सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया। उन्होंने उपस्थित गरीब और जरूरतमंद लोगों के बीच कम्बल और साड़ी का वितरण किया। उन्होंने कहा कि यह कार्य उनके पति की आत्मा की शांति और समाज की सेवा का एक छोटा प्रयास है। राधिका यादव ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शहीदों की स्मृति हमें सदैव प्रेरणा देती है कि हम भी समाज और देश के लिए कुछ सार्थक करें।
इस अवसर पर यादव महासभा के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा कि शहीदों की वीरता और बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। हमें उनकी याद में समाज को एकजुट करना चाहिए और देश की सेवा में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे शहीदों के जीवन से प्रेरणा लें और समाज व राष्ट्र के हित में आगे बढ़कर काम करें।
ग्रामसभा प्रधान सुदर्शन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि समाज की एकता और सेवा कार्यों से ही शहीदों की आत्मा को शांति मिलती है। उन्होंने कम्बल और साड़ी वितरण को एक प्रेरणादायक कदम बताया।
समारोह में बिरहा गायक मोनू यादव और उनकी टीम ने शहीदों की वीरता पर आधारित गीत प्रस्तुत किए। उनके गीतों ने उपस्थित जनसमूह को भावुक कर दिया और वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो गया।
कार्यक्रम में शहीद शेषनाथ यादव की पत्नी सरोज देवी, फौजी अभय यादव, फौजी उमा यादव, कैप्टन सुब्बा यादव, पिछड़ा दलित विकास महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता विजय शंकर यादव वकील, समाजवादी पार्टी नेता सत्या यादव, बलिस्टर यादव समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय जनता मौजूद रही।
समारोह के दौरान यह संदेश दिया गया कि शहीदों के बलिदान को केवल याद ही न किया जाए, बल्कि उनकी स्मृति में समाजसेवा और राष्ट्रहित में कार्य करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और शहीद संजय यादव की अमर गाथा के जयकारों के साथ हुआ।