नगर निगम लखनऊ के संपत्ति विभाग के कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन जारी, फर्जी FIR के विरोध में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार

Report By : स्पेशल डेस्क
लखनऊ : नगर निगम लखनऊ के संपत्ति विभाग के अधिकारी, राजस्व निरीक्षक और लेखपालों ने फर्जी FIR के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। निगम मुख्यालय पर यह जोरदार विरोध प्रदर्शन चल रहा है, जिसमें सभी कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर डटे हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
कर्मचारियों ने निगम प्रशासन से फर्जी मुकदमा वापस लेने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उनका आरोप है कि फर्जी FIR के कारण कर्मचारियों की छवि प्रभावित हो रही है और कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। इस आंदोलन में केवल लखनऊ नगर निगम के कर्मचारी ही नहीं, बल्कि प्रदेश के कई जिलों से भी अधिकारी और कर्मचारियों ने समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर आकर भाग लिया।
इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व यूपी चकबंदी लेखपाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष आलोक यादव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा और उनके सम्मान की सुरक्षा के लिए यह कदम आवश्यक था। वहीं, राजस्व लेखपाल संघ लखनऊ के जिलाध्यक्ष दिलीप बॉथम भी धरना स्थल पर मौजूद हैं और आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं।
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में विभागीय कर्मचारी मौजूद हैं, जो अपने अधिकारों और न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि निगम प्रशासन उनकी मांगें नहीं मानता है, तो यह आंदोलन और व्यापक और उग्र रूप ले सकता है।
इस धरने के चलते नगर निगम के कार्यालयों में कामकाज प्रभावित होने की संभावना है। कर्मचारियों का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल न्याय प्राप्त करना है और वे शांतिपूर्ण ढंग से अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी तरह के अनुचित दबाव या धमकी से उनका आंदोलन प्रभावित न हो।
धरना स्थल पर कर्मचारियों की मांगों में प्रमुख रूप से शामिल हैं: फर्जी FIR को तुरंत रद्द करना, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, विभागीय कर्मचारियों के सम्मान की रक्षा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाना।
यह आंदोलन लखनऊ नगर निगम के प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है, और अधिकारियों ने भी इस मामले में ध्यान देने की बात कही है। कर्मचारी धरना स्थल पर डटे रहने के साथ-साथ प्रशासन से सकारात्मक कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि इस विवाद का शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण समाधान हो सके।