अनुकम्पा पर मिली नौकरी, भोजपुर में 146 अभ्यर्थियों को मिला नियुक्ति पत्र – सपनों को मिली नई उड़ान, परिवारों में खुशी की लहर

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा : भोजपुर जिले का समाहरणालय सभागार भवन बुधवार को एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण का साक्षी बना। यहां आयोजित भव्य समारोह में अनुकम्पा के आधार पर चयनित 146 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इनमें से 130 विद्यालय लिपिक और 16 विद्यालय परिचारी के रूप में शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएँ देंगे।
यह अवसर सिर्फ नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थियों के लिए ही नहीं, बल्कि उनके परिजनों के लिए भी बेहद खास और यादगार रहा। जिन परिवारों ने कठिन परिस्थितियों में अपने प्रियजनों को खोया था, अब उनके सपनों को नया संबल और जीवन को नई दिशा मिली। अभ्यर्थियों की आंखों में नौकरी पाने की चमक और भविष्य के सपनों की उड़ान स्पष्ट दिखाई दे रही थी।
समारोह के मुख्य अतिथि पंचायती राज मंत्री सह भोजपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार प्रसाद गुप्ता रहे। उनके साथ मंच पर आरा सांसद सुदामा प्रसाद, आरा विधायक, शाहपुर विधायक, अगिआंव विधायक, भोजपुर की जिलाधिकारी तन्या सुल्तानिया, नगर निगम मेयर सहित जिले के कई जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी तन्या सुल्तानिया ने की।

मंच पर प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता का स्वागत पौधा देकर किया गया, जो एक हरित संदेश और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक बना। इस अवसर पर मौजूद सभी अतिथियों का अभिनंदन किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी, उनके परिजन और आमजन भी उपस्थित रहे, जिन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट से पूरे माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया।
अपने संबोधन में प्रभारी मंत्री ने कहा कि अनुकम्पा नियुक्ति केवल रोजगार का साधन नहीं है, बल्कि यह उन परिवारों के प्रति संवेदनशीलता और सरकार की जिम्मेदारी का प्रतीक है, जिन्होंने कठिन समय में अपनों को खोया। उन्होंने कहा कि आज दिए गए ये नियुक्ति पत्र उन परिवारों के लिए नई आशा और आत्मनिर्भरता का द्वार खोलेंगे।
सांसद और विधायकों ने भी मंच से अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में इनकी सेवाएँ न केवल संस्थानों को मजबूती देंगी बल्कि समाज के उत्थान में भी योगदान करेंगी।
कार्यक्रम स्थल पर अभ्यर्थियों और उनके परिवारों में खुशी का माहौल देखने लायक था। कई परिवारों ने कहा कि यह नियुक्ति उनके जीवन की सबसे बड़ी खुशी है, क्योंकि अब वे सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे और अपने बच्चों को बेहतर भविष्य दे पाएंगे।
समारोह के अंत में जिलाधिकारी तन्या सुल्तानिया ने सभी को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि नियुक्त अभ्यर्थी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपने कार्य का निर्वहन करें और सरकार के इस विश्वास पर खरा उतरें।
भोजपुर जिले में आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक नियुक्ति वितरण समारोह नहीं था, बल्कि यह प्रशासन, सरकार और समाज के बीच संवेदनशील जुड़ाव का प्रतीक बनकर सामने आया। इसने यह संदेश दिया कि कठिन समय में भी सरकार अपने नागरिकों के साथ खड़ी है और उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।