राघोपुर या करगहर से चुनाव लड़ सकते हैं प्रशांत किशोर

Report By: मृत्युंजय ठाकुर
रोहतास: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वे खुद मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर चुनाव लड़ने का कोई ऐलान नहीं किया है। रोहतास जिले के काराकाट विधानसभा अंतर्गत गोरारी स्टेडियम में आयोजित ‘बिहार बदलाव जनसभा’ के बाद पत्रकारों से बातचीत में पीके ने कहा – “अगर पार्टी तय करती है कि मुझे चुनाव लड़ना है तो मैं जरूर लड़ूंगा। मेरा मानना है कि उम्मीदवार को या तो अपनी जन्मभूमि से चुनाव लड़ना चाहिए या फिर अपनी कर्मभूमि से। ऐसे में अगर परिस्थिति बनी तो मैं या तो अपनी जन्मभूमि रोहतास के करगहर से चुनाव लड़ूंगा या फिर बिहार की कर्मभूमि राघोपुर से।”
गुरुवार 4 सितम्बर को एनडीए की महिला नेत्रियों द्वारा बुलाए गए बिहार बंद पर भी प्रशांत किशोर ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि बिहार बंद का असर केवल नेताओं तक सीमित है, जनता इसके साथ नहीं है। उन्होंने दावा किया कि “कल बिहार बंद के दिन भी जन सुराज की दो-दो बड़ी सभाएं होंगी और पहले की तरह उनमें 20-20 हजार लोग जुटेंगे। बिहार की जनता अब बदलाव के लिए पूरी तरह तैयार है, खासकर युवा वर्ग।”
अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने भाजपा नेताओं पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय जायसवाल जैसे लोग अब बौखलाहट में हैं। “ऐसे टुटपुंजिये नेता जब दुर्दिन में होते हैं तभी हम जैसे लोगों से उलझने लगते हैं। लेकिन अब उनका किश्त जारी होगा तो उन्हें तार-तार कर देंगे।”
इसी दौरान उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि “अभी तक तो वे मूर्छित थे, लेकिन अब अगर मूर्छा से उठ गए हों तो रोते-रोते ही जनता को यह बता दें कि किशनगंज का कॉलेज उन्होंने कब्जा किया था या नहीं।”
रोहतास के गोरारी स्टेडियम में आयोजित जनसभा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पीके ने अपने भाषण में बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और जनता की बदलते माहौल की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जन सुराज केवल चुनाव जीतने का अभियान नहीं है, बल्कि बिहार को नई दिशा देने का संकल्प है।