आरा में प्रशिक्षु सिपाहियों को पुलिस अधीक्षक ने दिया मार्गदर्शन, अनुशासन और निष्ठा पर दिया जोर

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा:नवीन पुलिस केंद्र, भोजपुर (आरा) में बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षु सिपाहियों को पुलिस अधीक्षक, भोजपुर द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षण की महत्ता, अनुशासन, कार्य के प्रति निष्ठा, व्यावहारिक दक्षता और विधिक ज्ञान को लेकर विस्तार से जानकारी दी और सिपाहियों को भविष्य की जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षु सिपाहियों को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस सेवा सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि समाज की सुरक्षा, शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रशिक्षण अवधि के दौरान अनुशासन का पालन करने पर विशेष बल देते हुए कहा कि एक आदर्श पुलिसकर्मी वही होता है जो अपने आचरण से समाज के लिए प्रेरणा बने।
पुलिस अधीक्षक ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि साफ-सफाई न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि यह एक सिपाही की पेशेवर छवि को भी दर्शाती है। उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा में कार्यस्थल की सफाई और व्यक्तिगत अनुशासन से आत्मविश्वास बढ़ता है और टीम भावना विकसित होती है।
कार्य के प्रति निष्ठा और व्यावहारिक दक्षता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान और अभ्यास को वास्तविक परिस्थितियों में लागू करना ही एक पुलिसकर्मी की पहचान है। उन्होंने सिपाहियों को संकट की घड़ी में धैर्य बनाए रखने, संयम से काम करने और सेवा भावना के साथ समाज की सुरक्षा के लिए तत्पर रहने की प्रेरणा दी।
इसके साथ ही, पुलिस अधीक्षक ने विधिक ज्ञान को भी प्रशिक्षण का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि कानून का सही ज्ञान होने से पुलिसकर्मी घटनास्थल पर सही निर्णय ले सकते हैं और न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने सिपाहियों से आग्रह किया कि वे भारतीय दंड संहिता, साक्ष्य अधिनियम, पुलिस नियमावली सहित अन्य महत्वपूर्ण विधिक प्रावधानों का अध्ययन करें और प्रशिक्षण के दौरान इसे गहराई से समझें।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि आधुनिक समय में पुलिसिंग के तरीके बदल रहे हैं। साइबर अपराध, महिलाओं से संबंधित अपराध, सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, और सामुदायिक पुलिसिंग जैसे मुद्दों पर प्रशिक्षु सिपाहियों को संवेदनशील और सक्षम बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास जीतने के लिए पुलिसकर्मी का व्यवहार पारदर्शी, ईमानदार और सेवा भाव से भरपूर होना चाहिए।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने सिपाहियों को अतिरिक्त मार्गदर्शन देते हुए कहा कि प्रशिक्षण केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है। यह जीवन की चुनौतियों का सामना करने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि सेवा के दौरान आने वाली कठिनाइयों, मानसिक दबाव और तनाव से निपटने के लिए आत्मसंयम और परस्पर सहयोग जरूरी है।
कार्यक्रम में प्रशिक्षु सिपाहियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन को प्रेरणादायक बताया। उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार का संवाद प्रशिक्षण को प्रभावी बनाता है और सिपाहियों में जिम्मेदारी की भावना विकसित करता है।