“महर्षि महेश योगी एक्सीलेंस अवार्ड इन जर्नलिज्म” का भव्य आयोजन, वरिष्ठ पत्रकार सम्मानित

Report By : न्यूज डेस्क, टीम उत्तर प्रदेश
लखनऊ : लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, पत्रकारिता, समाज का दर्पण है। और आज इसी दर्पण को और अधिक चमकाने और उन आवाज़ों को सम्मानित करने का दिन था जिन्होंने अपनी लेखनी, कैमरे और आवाज़ के माध्यम से सत्य, निष्पक्षता और जनसरोकारों को सदैव सर्वोपरि रखा है। जी हाँ, आज राजधानी लखनऊ में “महर्षि महेश योगी एक्सीलेंस अवार्ड इन जर्नलिज़्म – 2025” का भव्य आयोजन किया गया, जो पत्रकारिता के पुरोधाओं के सम्मान में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ।
समारोह की शुरुआत वैदिक मंत्रों की पवित्र ध्वनि के साथ हुई, जिसने पूरे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर देश के जाने-माने पत्रकार, शिक्षाविद और सामाजिक क्षेत्र की प्रमुख हस्तियाँ उपस्थित थीं, जिन्होंने इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया।
इस विशेष अवसर पर, पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए कई वरिष्ठ पत्रकारों को “महर्षि महेश योगी एक्सीलेंस अवार्ड” से सम्मानित किया गया। सम्मानित पत्रकारों में शिवेंद्र श्रीवास्तव, पंकज झा, मनमोहन राय, मानस श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, सिद्धार्थ कलहंस, राज बी. सिंह, अजीत खरे, चंद्रभान यादव, गौरव सिंह सेंगर, वर्नित गुप्ता और अविनाश सिंह जैसे नाम शामिल थे। इन सभी पत्रकारों ने अपने काम के माध्यम से न सिर्फ खबरें दी हैं, बल्कि पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखने और समाज को सही दिशा दिखाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के कुलपति, प्रो. डॉ भानु प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “पत्रकारिता केवल खबरें लिखने या दिखाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज की आत्मा की आवाज़ है। लोकतंत्र को जीवंत और मजबूत रखने में मीडिया की भूमिका सर्वोपरि है। आज हम जिन वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित कर रहे हैं, वे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्तंभ हैं। उनका काम दिखाता है कि पत्रकारिता सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है।”
पुरस्कार वितरण के बाद, एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें पत्रकारों ने मीडिया की बदलती चुनौतियों, डिजिटल युग की पत्रकारिता, और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे तकनीकी प्रगति ने पत्रकारिता को नए आयाम दिए हैं, लेकिन इसके साथ ही फेक न्यूज़ और सनसनीखेज रिपोर्टिंग जैसी चुनौतियां भी बढ़ी हैं। इस चर्चा ने युवा पत्रकारों को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। युनिवर्सिटी की ओर से इस कार्यक्रम में निदेशक कार्पोरेट अफेयर्स रतीश गुप्ता और जनसंपर्क अधिकारी शिवम् यादव मौजूद रहे, जिन्होंने सभी अतिथियों और सम्मानित पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। यह आयोजन न केवल पत्रकारिता की गरिमा को बढ़ाने वाला रहा, बल्कि यह युवा पत्रकारों के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी बना। यह समारोह इस बात का प्रमाण है कि लखनऊ पत्रकारिता और ज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है।