वन विभाग के आतंक से लकड़ी कारोबारी परेशान, FIR के विरोध में डीएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा,भोजपुर : वन विभाग की कार्यशैली और लगातार हो रही FIR से नाराज लकड़ी कारोबारी व आरा मिल धारकों ने जनतंत्र राज पार्टी के बैनर तले जिला समाहरणालय आरा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस धरना का नेतृत्व जिलाध्यक्ष अजय शर्मा ने किया, जिसमें लाइसेंस मुक्त 18 इंच आरा मिल धारकों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
धरना में शामिल नेताओं और वक्ताओं ने वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि विभाग द्वारा सही तरीके से काटी और लाई गई लकड़ी की गाड़ियां रोक ली जाती हैं और अवैध रूप से पैसे की मांग की जाती है, जबकि बड़े और प्रभावशाली लकड़ी कारोबारी अवैध कटाई की गई लकड़ी का कारोबार बिना किसी रोक-टोक के कर लेते हैं।
राष्ट्रीय महासचिव कुंदन शर्मा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा 18 इंच आरा मशीन को लाइसेंस मुक्त घोषित किया गया था, जिसके बाद लोगों ने बैंक से कर्ज लेकर मशीनें लगाई थीं ताकि रोजगार के अवसर बन सकें। लेकिन अब वन विभाग के अधिकारी मशीनें जब्त कर लेते हैं, गाली-गलौज करते हैं और FIR दर्ज कर कारोबारी परिवारों को परेशान करते हैं। इससे छोटे लकड़ी कारोबारियों का रोजगार चौपट हो गया है और वे भयभीत होकर अपना धंधा बंद करने को मजबूर हैं।
धरना को संबोधित करते हुए पार्टी के कोषाध्यक्ष राम नारायण शर्मा ने कहा कि यह कार्रवाई बड़े लकड़ी कारोबारियों के इशारे पर की जाती है, जो बिल्कुल अनुचित है। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज किशोर शर्मा ने कहा कि वन विभाग का कार्य जंगलों और वन्य जीवों को संरक्षित करना और नए पेड़ लगाना होना चाहिए, न कि पहले से कटे लकड़ी या 18 इंच आरा मिल वालों को निशाना बनाकर उन्हें कंगाल करना। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा आम परिवारों और उनके पुश्तैनी धंधे से जुड़ा हुआ है, जिस पर किसी भी तरह का प्रतिबंध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धरना के दौरान मंच का संचालन राम जी प्रजापति ने किया और धन्यवाद ज्ञापन संजीव केशरी ने दिया। अंत में भोजपुर जिला पदाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें लकड़ी कारोबारियों की समस्याओं का समाधान करने की मांग की गई।