लखनऊ नगर निगम की बड़ी कार्रवाई: सहारा महल और 130 एकड़ जमीन कब्जे से मुक्त

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क

लखनऊ : नगर निगम ने सहारा समूह की संपत्तियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सहारा महल और उससे जुड़ी करीब 130 एकड़ जमीन कब्जे से मुक्त करवा ली है। यह कदम नगर निगम द्वारा लंबे समय से बकाया टैक्स वसूलने और कानूनी प्रक्रियाओं के तहत उठाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, प्रशासन ने नोटिस जारी करने के बाद सहारा महल को सील कर अपने कब्जे में ले लिया। यह कार्रवाई लखनऊ नगर निगम के सख्त रुख को दर्शाती है कि अब अवैध कब्जों और बकाया वसूली के मामलों में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।

नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, सहारा समूह पर कई वर्षों से टैक्स बकाया था और समय-समय पर नोटिस भेजे जाने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया। ऐसे में प्रशासन ने कानून के तहत सख्त कदम उठाया और सहारा महल को कब्जे में ले लिया। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल की मौजूदगी भी सुनिश्चित की गई। अधिकारियों का कहना है कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता और कानूनी नियमों के अनुसार पूरी की गई।

सहारा समूह पहले से ही वित्तीय संकट और कानूनी दावों का सामना कर रहा है। इस कार्रवाई ने समूह की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। नगर निगम का कहना है कि यह कार्रवाई केवल सहारा महल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि लखनऊ में अन्य अवैध कब्जों और बकाया टैक्स मामलों पर भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि नगर निगम की यह कार्रवाई सिर्फ संपत्ति वसूलने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शहर में अवैध कब्जे और नियमों की अनदेखी को लेकर एक सख्त संदेश भी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में किसी भी व्यक्ति या समूह को नगर निगम के नियमों और कानूनों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सहारा महल और 130 एकड़ जमीन के कब्जे से मुक्त होने के बाद अब नगर निगम के पास यह संपत्ति अपने उद्देश्यों के अनुसार उपयोग करने का अधिकार है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम नगर निगम की वित्तीय स्थिरता और शहर की जमीन संरक्षण नीति के लिए भी अहम है। इस कार्रवाई से लखनऊ में अन्य अवैध कब्जों और लंबित बकाया वसूली मामलों पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है।

इस कार्रवाई के बाद नगर निगम ने साफ कर दिया है कि अब किसी भी बकाया या अवैध कब्जे के मामलों में शिथिलता नहीं बरती जाएगी। यह लखनऊ नगर निगम के सख्त रवैये और कानूनी प्रक्रियाओं के पालन का प्रतीक है। सहारा महल की इस मुहिम ने शहर में अन्य संपत्तियों के लिए भी मिसाल कायम कर दी है।

Akash Yadav

आकाश यादव पिछले 9 सालों से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने हिन्दी दैनिक अखबार अमरेश दर्पण से पत्रकारिता की शुरुआत की, इसके उपरांत टीवी मीडिया के ओर रुख मोड लिया, सबसे पहले सुदर्शन न्यूज, नेशन लाइव, ओके इंडिया, साधना एमपी/सीजी और बतौर लखनऊ ब्यूरो खबरें अभी तक न्यूज चैनल में कार्य करने के साथ सद्मार्ग साक्षी दैनिक अखबार में सहायक संपादक और कर्मक्षेत्र टीवी में बतौर संपादक कार्य कर रहे है !

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