आरा-सासाराम सड़क जाम जलजमाव से ग्रामीणों का हाल बेहाल

ReportBy: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: आरा-सासाराम रेलखंड पर फ़ाटक संख्या 08 के पास रेलवे इलाके में भारी जलजमाव से स्थानीय ग्रामीण गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे हैं। जलजमाव के कारण न केवल स्कूल जाने वाले बच्चे और रोज़गार पर जाने वाले लोग प्रभावित हुए, बल्कि गर्भवती महिलाएं और वृद्धजन भी असहनीय स्थिति में फंस गए। इस संकट के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने लिलीटाड बीरमपुर गाँव से आरा-सासाराम सड़क को बंद कर जाम लगाने का निर्णय लिया।
ग्रामीणों का कहना है कि जलजमाव की समस्या कई सालों से बनी हुई है, लेकिन इसका कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। उन्होंने मांग की है कि रेलवे के ऊपरी पुल पर जाने वाले रास्ते को तत्काल पुनः चालू किया जाए ताकि ग्रामीणों को रोजमर्रा की जिंदगी में किसी तरह की परेशानी न हो। जाम के दौरान सड़क पर पूरी तरह से यातायात ठप रहा और लंबा जाम लग गया।
जाम के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी भारी उपस्थिति रही। प्रखंड प्रमुख मुकेश सिंह यादव, मुखिया राम वचन सिंह, ज़िला परिषद सदस्य सोनू कुमार, युवा राजद प्रवक्ता ई. रवि आनंद, दिनेश यादव, पिंकु, अमित कुमार, चनेश्वर यादव, सरोज व्यास, लालू जी, बीर बहादुर सिंह समेत कई अन्य लोग जाम स्थल पर उपस्थित रहे और ग्रामीणों के साथ खड़े होकर उनकी समस्याओं को सामने रखा।
स्थानीय प्रशासन की ओर से उदवंतनगर के सीओ हरिकेश त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। प्रशासनिक आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम समाप्त किया।
स्थानीय लोगों ने इस मौके पर स्पष्ट रूप से कहा कि अगर जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया, तो भविष्य में पुनः व्यापक आंदोलन किया जाएगा। उनका यह भी कहना है कि जलजमाव के कारण रोज़मर्रा की जिंदगी, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ रहा है।