दलित महिला की हत्या के विरोध में सीपीआई ने निकाला जुलूस

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड स्थित बरिसवन गाँव में दलित महिला मीना देवी की हत्या के विरोध में सीपीआई ने शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से जुलूस निकालकर अम्बेडकर चौक तक मार्च किया और प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। प्रदर्शन में पार्टी के जिला सचिव उत्तम प्रसाद, रामेश्वर सिंह, राहुल कुमार, जगदीश राम, शिवमुनी पासवान, रवीन्द्र नाथ राय, ज्योतिष कुमार, प्रमोद कुमार सिंह, काशी नाथ यादव, वंशीधर यादव, दिनकर प्रसाद सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जानकारी के अनुसार, 28 सितंबर की दोपहर बरिसवन गाँव के देवी स्थान के चबूतरे के नीचे बैठे दलित नौजवान अनीश कुमार कश्यप को कन्हैया तिवारी ने अपमानित किया और कहा कि, “चमार होकर देवी स्थान पर बैठने की तुम्हारी मजाल कैसे हुई?” विरोध करने पर अनीश से हाथापाई हुई। अनीश के पिता ने दोनों को अलग किया, लेकिन थोड़ी देर बाद बड़ी संख्या में अपराधियों ने अनीश के घर हमला कर दिया। इस हमले में अनीश के परिवार और अन्य दलित समुदाय के लोग भी घायल हुए।
मीना देवी इस हमले में बेहोश हो गईं और अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इसके बाद 29 सितंबर को हमलावरों ने लाठी, डंडा, बैट और कुल्हाड़ी से लैस होकर पुनः हमला किया। इस दौरान 62 वर्षीय मीना देवी पर भी हमला हुआ। उन्हें सिर पर लाठी और पेट पर लात से गंभीर चोटें आईं। मीना देवी को पहले शाहपुर रेफरल अस्पताल, फिर आरा के निजी अस्पताल और अंततः पटना के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने 1 अक्टूबर की शाम दम तोड़ दिया।
परिवार की पीड़ा और प्रशासनिक लापरवाही
भारतीय सेना से 2004 में सेवानिवृत रामजी राम अपने चार जवान बेटों के साथ पत्नी का शव बिना पोस्टमार्टम कराए गांव लाए। बाद में आरा में पोस्टमार्टम किया गया। घटना की लिखित शिकायत के बावजूद पुलिस पहले दिन कार्रवाई नहीं कर सकी। शव आने पर पुलिस ने दबाव में आकर अपराधियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद शव जलाने पर परिजनों को राजी कर लिया। घटना के मुख्य आरोपी अब भी फरार हैं और अपने घर पर ताले लगा कर छिपे हुए हैं।
मीना देवी की हत्या के विरोध में सीपीआई ने कहा कि अगर प्रशासन जल्द गिरफ्तारी नहीं करता है तो पार्टी थाना घेराव आंदोलन करेगी। जिला सचिव उत्तम प्रसाद ने कहा कि समाज में जातिवाद और सामंती मानसिकता की वजह से दलित समुदाय लगातार सुरक्षित नहीं रह पा रहा है और इस पर प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देना होगा।
प्रदर्शनकारी लोगों ने मेन रोड पर जोरदार नारे लगाए और दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। जुलूस के दौरान मुख्य मंत्री का पुतला फूंककर प्रशासन और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।