कानून के नए दौर से रूबरू हुए विद्यार्थी, थाना प्रभारी अजय त्रिपाठी ने खोले न्याय की नई सोच के द्वार

Report By: श्रवण कुमार यादव
बाराबंकी : थाना देवा प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में राजकीय विद्यालय मित्तई देवा में शनिवार को नए आपराधिक कानूनों पर एक ज्ञानवर्धक और प्रेरक कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रधानाध्यापिका दीपमाला वर्मा के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारत की न्याय प्रणाली में हुए महत्वपूर्ण बदलावों से अवगत कराना था।
कार्यशाला में अजय त्रिपाठी ने छात्रों को बताया कि 1 जुलाई 2024 से देश में तीन नए कानून लागू हुए हैं — भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम। उन्होंने इन नए कानूनों के उद्देश्य, सिद्धांत और नागरिक जीवन पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ये नए कानून केवल दंड की अवधारणा पर आधारित नहीं हैं, बल्कि इनका मूल भाव न्याय, नागरिक सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है।
उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि अब इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य को कानूनी मान्यता प्राप्त है, जिससे तकनीकी युग में न्याय प्रणाली और अधिक सशक्त बनेगी। साथ ही जीरो एफआईआर और ई-एफआईआर जैसी सुविधाएँ आम नागरिकों को बिना किसी देरी के न्याय तक पहुँचने का अवसर देती हैं। त्रिपाठी ने UP COP मोबाइल ऐप के माध्यम से कैसे कोई भी व्यक्ति आसानी से ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करा सकता है, इसका भी व्यावहारिक उदाहरण प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने कानून को समझने और अपनाने के प्रति गहरी रुचि दिखाई। विद्यालय परिसर में निबंध लेखन, वाद-विवाद, चित्रकला, नुक्कड़ नाटक और क्विज़ प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ, जिनमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता के विजेताओं को थाना प्रभारी अजय त्रिपाठी द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि “नए कानूनों को समझना ही नहीं, बल्कि अपने जीवन में लागू करना भी एक जिम्मेदार नागरिक का परिचायक है।”
कार्यक्रम में उपनिरीक्षक अश्वनी कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल सर्वेश यादव, संदीप, कांस्टेबल यशवंत यादव सहित विद्यालय की शिक्षिकाएँ अनीता रावत, अंजू शुक्ला, आरती चौधरी, आरती वर्मा, भावना और कार्यालय सहायक विपिन कुमार शर्मा जायसवाल भी उपस्थित रहे।
प्रधानाध्यापिका दीपमाला वर्मा ने थाना देवा टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल विद्यार्थियों में कानून की समझ बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में भी प्रेरित करते हैं।
विद्यालय परिसर में हुए इस कार्यक्रम ने न केवल विद्यार्थियों को ज्ञानवर्धक अनुभव प्रदान किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि नई पीढ़ी न्याय, संवेदना और जिम्मेदारी के साथ एक सशक्त भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।





