खेतों में दिखी किसानों की एकजुटता, कृषि चौपाल में योगी सरकार की नीतियों से आई समृद्धि पर खुलकर हुई चर्चा

Report By : Karmakshetra TV Desk Team

हापुड़ : जनपद के अक्खापुर गांव में शनिवार को आयोजित कृषि चौपाल ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश के किसान आज नीतियों के परिणाम को ज़मीनी स्तर पर महसूस कर रहे हैं। खेतों के बीच लगी इस चौपाल में लगभग 450 किसानों ने भागीदारी की, जहां आयोजन से लेकर चर्चा तक पूरी प्रक्रिया किसानों द्वारा ही संचालित की गई। यह चौपाल मात्र एक बैठक नहीं, बल्कि किसानों के अनुभवों, फीडबैक और सरकार की योजनाओं के प्रभाव का जीवंत मंच बनी, जिसमें किसान अपने जीवन में आए सकारात्मक बदलावों को साझा करते नजर आए।

कृषि चौपाल के दौरान किसानों ने एक स्वर में स्वीकार किया कि योगी सरकार (Yogi Government) के नेतृत्व में प्रदेश की कानून व्यवस्था (Law & Order) और अनवरत बिजली आपूर्ति (Power Supply) ने ग्रामीण और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। किसानों का कहना था कि पहले जहां फसल चोरी, भय और बिचौलियों का दबदबा रहता था, वहीं अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। खेत सुरक्षित हैं, मेहनत का पूरा मूल्य मिल रहा है और भुगतान में पारदर्शिता आई है। इससे अन्नदाता (Annadata) का मनोबल बढ़ा है और खेती को लेकर भरोसा मजबूत हुआ है।

चौपाल में मौजूद किसानों ने विशेष रूप से गन्ना किसानों की स्थिति पर चर्चा की और बताया कि चीनी मिलों द्वारा समय से भुगतान होना अब सामान्य प्रक्रिया बन चुकी है। राजेंद्र सिंह और महिपाल सिंह जैसे किसानों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि गन्ना मूल्य में हाल ही में की गई 30 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि (Sugarcane Price Hike) किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसला है। अगेती और सामान्य दोनों प्रजातियों के गन्ने के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी से किसानों की आय में सीधा इजाफा हुआ है। इससे न केवल खेती लाभकारी हुई है, बल्कि किसानों को भविष्य की योजनाएं बनाने का आत्मविश्वास भी मिला है।

किसानों ने यह भी रेखांकित किया कि बीते आठ से साढ़े आठ वर्षों में प्रदेश भर में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में समानता आई है। पहले जहां ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती आम बात थी, वहीं अब कृषि कार्यों के लिए समय पर बिजली मिलने से सिंचाई आसान हुई है। किसानों का कहना था कि बिजली सुधारों (Power Reforms) का प्रभाव केवल खेतों तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे गांवों की संपूर्ण जीवनशैली बदली है। छोटे किसान अब आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग कर पा रहे हैं और उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो रही है।

चौपाल के दौरान कानून के राज (Rule of Law) पर भी विस्तार से चर्चा हुई। किसान दानबीर सिंह और जोगिंदर सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद से प्रदेश में अपराधियों का मनोबल टूटा है। मजबूत कानून व्यवस्था का सीधा असर खेती, व्यापार और आम जीवन पर पड़ा है। अपराध या डर से मुक्त वातावरण में किसान अपने खेतों और फसलों पर पूरी तरह ध्यान दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षित प्रदेश ही समृद्ध प्रदेश की नींव होता है और इस दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की भूमिका निर्णायक रही है।

गरीब और सीमांत किसानों की स्थिति में आए बदलाव को लेकर भी चौपाल में भावनात्मक अनुभव सामने आए। मनबीर प्रधान सहित कई किसानों ने कहा कि गन्ना मूल्य बढ़ोतरी और समय पर भुगतान ने छोटे किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौटाई है। खेती से होने वाली आय अब परिवार की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो रही है। किसानों का मानना है कि जब अन्नदाता समृद्ध होगा, तभी गांव और प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

इस कृषि चौपाल में रमेश सिंह, अमरपाल सिंह, संसारपाल सिंह, सुदेश सिंह, भुजबीर सिंह, लोकेंद्र सिंह और जयपाल सिंह सहित अनेक किसान मौजूद रहे। सभी ने अपने-अपने अनुभव साझा किए और सरकार तक अपने सुझाव पहुंचाने की बात कही। किसानों ने इसे संवाद का प्रभावी माध्यम बताया और कहा कि इस तरह की चौपालें प्रशासन और किसानों के बीच सेतु का काम कर रही हैं।

गौरतलब है कि योगी सरकार ने पेराई सत्र 2025-26 के लिए गन्ने की अगेती प्रजाति का मूल्य 370 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य प्रजाति का मूल्य 360 रुपये से बढ़ाकर 390 रुपये प्रति क्विंटल किया है। इस फैसले से प्रदेश के गन्ना किसानों को लगभग 3000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान मिल रहा है। योगी सरकार के कार्यकाल में यह चौथी बार है जब गन्ना मूल्य में वृद्धि की गई है, जिसे किसानों ने दूरदर्शी और किसान हितैषी कदम बताया।

कृषि चौपालों की यह श्रृंखला आगे भी जारी रहेगी। बागपत और हापुड़ के बाद 7 और 8 दिसंबर को शामली जनपद में गेहरनी और बुच्चाखेड़ी गांव में चौपाल आयोजित की जाएगी, जबकि 10 और 11 दिसंबर को मुजफ्फरनगर के यहियापुर और दाहोद गांव में किसानों से संवाद होगा। इन चौपालों में प्राप्त फीडबैक को सीधे योगी सरकार तक पहुंचाया जाएगा, ताकि किसानों की जरूरतों के अनुरूप भविष्य की नीतियों को और प्रभावी बनाया जा सके।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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