जीरादेई महोत्सव में डॉ. राजेंद्र प्रसाद को किया गया नमन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन

Report By: विशेष संवाददाता, बिहार
सीवान: जीरादेई महोत्सव इस वर्ष भी पूरे उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया। महेंद्र उच्च विद्यालय के प्रांगण में आयोजित मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में नवागत जिला पदाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत डीएम सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। आगंतुक अतिथियों का स्वागत जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी डॉ. ऋचा वर्मा तथा जीरादेई के बीडीओ एवं सीओ द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान महेंद्र उच्च विद्यालय की छात्राओं ने राष्ट्रपिता समान माने जाने वाले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रिय गीत ‘बटोहिया’ की मनमोहक प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं डिवाइन की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत मणिपुरी नृत्य ने सभा को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशाल राज के ‘हाँ हम बिहारी’ गीत पर भी दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं।
प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 11 दिसंबर को जीरादेई महोत्सव मनाया गया। वर्ष 1946 में इसी दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष नियुक्त हुए थे, जिसके उपलक्ष्य में यह महोत्सव उनके गौरवशाली जीवन और विचारों को स्मरण करने के लिए आयोजित किया जाता है। महोत्सव के तहत उनके प्रिय खेल कबड्डी सहित विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया। विजेता प्रतिभागियों को मंच पर सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
नवागत जिला पदाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय ने अपने संबोधन में कहा कि सिवान की ऐतिहासिक धरती, विशेषकर जीरादेई में आकर उन्हें अत्यंत गौरव अनुभूति हुई है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जीवन मूल्यों, उनके त्याग, सादगी और राष्ट्रभक्ति को समझते हुए अपने जीवन में अपनाने की आवश्यकता है। डीएम ने यह भी कहा कि अपने प्रथम कार्य दिवस पर जीरादेई महोत्सव में शामिल होना उनके लिए बेहद सुखद और अविस्मरणीय अनुभव है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामा-चकेवा नृत्य की प्रस्तुति ने भी दर्शकों की खूब सराहना बटोरी। इस मौके पर शिक्षाविद् डॉ. गणेश दत्त पाठक ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जीवन-दर्शन और उनके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में डीडीसी मुकेश कुमार, पीजीआरओ इस्तियाक अंसारी, एसओ सुजीत कुमार, एसडीएम आशुतोष कुमार, जिला जन-संपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार, जिला योजना पदाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, जिला कल्याण पदाधिकारी संजय झा, जीरादेई प्रमुख पुष्पा देवी समेत कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।
जीरादेई महोत्सव ने एक बार फिर स्थानीय कला, संस्कृति और परंपराओं को नए रंग में प्रस्तुत करते हुए लोगों के मन में डॉ. राजेंद्र प्रसाद के प्रति श्रद्धा और प्रेरणा को सुदृढ़ किया।





