शाहाबाद प्रक्षेत्र में डीआईजी सत्य प्रकाश का दौरा, एसपी व एसडीपीओ कार्यालयों का निरीक्षण

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) सत्य प्रकाश शीघ्र ही प्रक्षेत्र के चारों जिलों—रोहतास, भोजपुर, बक्सर और कैमूर—का व्यापक दौरा करेंगे। इस दौरान वे सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) कार्यालयों का निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य पुलिस व्यवस्था की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाना, जनता से जुड़ी शिकायतों की वास्तविक स्थिति का आकलन करना तथा कानून-व्यवस्था को मजबूत करना है।
डीआईजी सत्य प्रकाश ने स्पष्ट किया कि एसपी द्वारा थानों पर आयोजित किए जाने वाले जनता दरबार का भी औचक निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता दरबार पुलिस और आम नागरिकों के बीच संवाद का एक सशक्त माध्यम है, जिसके जरिए लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान संभव है। औचक निरीक्षण के माध्यम से यह देखा जाएगा कि जनता दरबार केवल औपचारिकता न रह जाए, बल्कि वास्तव में लोगों को न्याय और राहत मिले।
मुख्यालय के निर्देशानुसार शाहाबाद प्रक्षेत्र के सभी एसपी को अपने-अपने जिलों में नियमित रूप से थाना निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है। इसके तहत एसपी को सप्ताह में कम से कम दो दिन विभिन्न थानों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा करनी होगी। साथ ही थानों में जनता दरबार लगाकर आम लोगों की शिकायतें सुनने और उनका समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। डीआईजी ने कहा कि इस पहल से पुलिस की कार्यशैली में पारदर्शिता आएगी और आम जनता का पुलिस पर भरोसा और मजबूत होगा।
निरीक्षण कार्यक्रम के तहत डीआईजी सत्य प्रकाश द्वारा विभिन्न कार्यालयों के दौरे की तिथियां भी निर्धारित की गई हैं। कार्यक्रम के अनुसार 13 दिसंबर को भोजपुर सदर एसडीपीओ कार्यालय का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद 15 दिसंबर को डुमरांव एसडीपीओ कार्यालय की समीक्षा होगी। वहीं 22 दिसंबर को भोजपुर एसपी कार्यालय और पुलिस केंद्र का निरीक्षण प्रस्तावित है। इन निरीक्षणों के दौरान कार्यालयीन कार्यप्रणाली, अभिलेखों की स्थिति, लंबित मामलों और पुलिस संसाधनों की समीक्षा की जाएगी।
डीआईजी ने अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि बालू, शराब और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों से अर्जित संपत्ति को चिन्हित कर जब्त किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध धंधों में संलिप्त लोगों और उनके संरक्षकों पर भी सख्त कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस का दायित्व केवल अपराध दर्ज करना ही नहीं, बल्कि समाज में भयमुक्त वातावरण बनाना भी है। इस उद्देश्य से अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे क्षेत्र में सक्रिय रहकर अपराधियों पर नजर रखें और आम जनता के साथ संवाद बनाए रखें। डीआईजी ने विश्वास जताया कि इस निरीक्षण और सख्त कार्रवाई से न केवल अपराध पर नियंत्रण लगेगा, बल्कि पुलिस-जनता संबंध भी और अधिक मजबूत होंगे।
अंत में डीआईजी सत्य प्रकाश ने कहा कि शाहाबाद प्रक्षेत्र में कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए यह दौरा एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशासन की प्राथमिकता है कि आम नागरिक सुरक्षित महसूस करें और उन्हें त्वरित न्याय मिले। पुलिस की सक्रियता और पारदर्शी कार्यप्रणाली से क्षेत्र में अपराधियों के हौसले पस्त होंगे और शांति व्यवस्था कायम रहेगी।





