बच्चों के बीच जमीन पर बैठकर डीएम वर्षा सिंह ने परखी मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता

Report By: मृत्युंजय ठाकुर
वैशाली जिले में प्रशासनिक संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण की एक प्रेरणादायक तस्वीर उस समय देखने को मिली, जब जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह स्वयं बच्चों के बीच जमीन पर बैठकर न केवल उनसे संवाद करती नजर आईं, बल्कि मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की भी प्रत्यक्ष जांच की। यह पहल न सिर्फ सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत को परखने का उदाहरण बनी, बल्कि आमजन में प्रशासन के प्रति विश्वास को भी मजबूत करती दिखी।
जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह द्वारा महनार प्रखंड अंतर्गत पंचायत महिन्दवारा एवं सरमस्तपुर के विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों, जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकानों, सरकारी विद्यालयों तथा खाद-बीज प्रतिष्ठानों का विशेष औचक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति जानना, सेवाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन करना तथा पारदर्शी प्रशासन को बढ़ावा देना था।
निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी प्राथमिक विद्यालय सिमराचक फातिमा पहुंचीं। विद्यालय में प्रवेश करते ही उन्होंने औपचारिकता को दरकिनार करते हुए बच्चों के बीच सहजता से समय बिताया। डीएम वर्षा सिंह बच्चों के साथ जमीन पर बैठीं, उनसे पढ़ाई के विषय में सवाल पूछे और उनकी समझ को परखा। इस दौरान वे एक शिक्षक की भूमिका में नजर आईं, जब उन्होंने बच्चों को स्वयं पढ़ाया और उन्हें आगे बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया। जिला पदाधिकारी के आत्मीय व्यवहार से बच्चे बेहद खुश और उत्साहित दिखे।
निरीक्षण का सबसे भावनात्मक और प्रेरक क्षण तब सामने आया, जब जिला पदाधिकारी ने बच्चों के साथ बैठकर मध्याह्न भोजन को स्वयं चखा। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता, स्वाद, स्वच्छता और पौष्टिकता का गंभीरता से आकलन किया। साथ ही बच्चों से भोजन की नियमितता, परोसी जाने वाली मात्रा तथा उनकी पसंद के बारे में भी जानकारी ली। बच्चों ने खुलकर अपने अनुभव साझा किए, जिसे डीएम ने ध्यानपूर्वक सुना।
इस अवसर पर जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मध्याह्न भोजन योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के साथ-साथ उन्हें विद्यालय से जोड़े रखना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वच्छ, पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और विद्यालय प्रबंधन को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
इसके साथ ही डीएम ने आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सेवाओं, पीडीएस दुकानों पर राशन वितरण की स्थिति तथा खाद-बीज प्रतिष्ठानों में उपलब्धता और मूल्य की भी जांच की। निरीक्षण के दौरान जहां व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं, वहीं कमियों पर संबंधित कर्मियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए।
जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह का यह दौरा न केवल एक प्रशासनिक निरीक्षण था, बल्कि यह संदेश भी था कि सरकार की योजनाएं फाइलों और आंकड़ों तक सीमित नहीं हैं। जमीनी स्तर पर लाभार्थियों तक उनका सही और प्रभावी लाभ पहुंचे, इसके लिए प्रशासन हर स्तर पर गंभीर है। बच्चों के बीच बैठकर भोजन करना और उनकी समस्याएं सुनना एक संवेदनशील प्रशासन का जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया, जिसकी जिलेभर में सराहना हो रही है।





