Argistack परियोजना के तहत Farmer Registry को लेकर सिवान में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, डिजिटल किसान डाटाबेस को मजबूत करने पर जोर

Report By : विशेष संवाददाता, बिहार

Argistack परियोजना (Argistack Project) के अंतर्गत किसानों के पंजीकरण (Farmer Registry) को प्रभावी और सुचारू रूप से लागू करने के उद्देश्य से सिवान जिले में गुरुवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अंबेदकर भवन स्थित संवाद कक्ष में संपन्न हुआ, जिसमें कृषि विभाग (Agriculture Department) और राजस्व विभाग (Revenue Department) से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का आयोजन जिला पदाधिकारी सिवान विवेक रंजन मैत्रेय (District Magistrate Siwan) के निर्देश के आलोक में तथा उप विकास आयुक्त सिवान (Deputy Development Commissioner) की अध्यक्षता में किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य Farmer Registry प्रणाली को जमीनी स्तर पर मजबूत करना और इससे जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों को इसकी तकनीकी (Technical) तथा प्रक्रियात्मक (Procedural) जानकारी उपलब्ध कराना था। ताकि जिले में किसानों का पंजीकरण सही, सटीक और पारदर्शी (Transparent) तरीके से किया जा सके। कार्यक्रम में यह स्पष्ट किया गया कि किसान पंजीकरण की यह डिजिटल व्यवस्था भविष्य में कृषि से संबंधित सभी योजनाओं के लिए एक मजबूत आधार बनेगी।

प्रशिक्षण सत्र के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी सिवान आलोक कुमार (District Agriculture Officer) ने Farmer Registry की आवश्यकता और इसके दीर्घकालिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के माध्यम से जिले के किसानों का एक अद्यतन और प्रमाणिक (Authentic) डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिससे सरकार को वास्तविक लाभार्थियों की पहचान करने में आसानी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि एकीकृत किसान डाटाबेस से कृषि योजनाओं का लक्ष्य निर्धारण, वितरण और निगरानी अधिक प्रभावी हो सकेगी।

जिला कृषि पदाधिकारी ने पंजीकरण प्रक्रिया (Registration Process), आवश्यक दस्तावेज (Required Documents), तकनीकी पहलुओं (Technical Aspects) और डेटा की शुद्धता (Data Accuracy) पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की त्रुटि भविष्य में किसानों को योजनाओं का लाभ मिलने में बाधा बन सकती है, इसलिए पंजीकरण के दौरान पूरी सतर्कता बरतना आवश्यक है। साथ ही, उन्होंने डेटा सुरक्षा (Data Security) को भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संग्रहित जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि Farmer Registry के सफल कार्यान्वयन से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi), प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (Direct Benefit Transfer – DBT) और केंद्र व राज्य सरकार की अन्य कृषि योजनाओं का लाभ किसानों तक समय पर और बिना किसी रुकावट के पहुंचाया जा सकेगा। इससे बिचौलियों (Middlemen) की भूमिका समाप्त होगी और योजनाओं में पारदर्शिता के साथ-साथ जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।

कार्यक्रम में कृषि विभाग, बिहार सरकार (Agriculture Department, Government of Bihar) की ओर से उपस्थित तकनीकी विशेषज्ञ भानु प्रताप सिंह (Technical Expert) ने Farmer Registry के तकनीकी पक्ष पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि Argistack परियोजना के अंतर्गत तैयार होने वाला यह डिजिटल किसान डाटाबेस (Digital Farmer Database) किसानों की भूमि, फसल, व्यक्तिगत विवरण और योजनाओं से जुड़े आंकड़ों को एकीकृत रूप में संकलित करेगा। यह डाटाबेस न केवल योजनाओं के वितरण में सहायक होगा, बल्कि उनके क्रियान्वयन (Implementation), निगरानी (Monitoring) और मूल्यांकन (Evaluation) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

तकनीकी विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म (Digital Platform) के माध्यम से किसानों की जानकारी सुरक्षित रहेगी और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत उपलब्ध कराई जा सकेगी। इससे प्रशासनिक कार्यों में समय की बचत होगी और निर्णय लेने की प्रक्रिया अधिक सटीक और प्रभावी बन सकेगी। उन्होंने फील्ड स्तर पर कार्यरत कर्मियों को पोर्टल के उपयोग, डेटा एंट्री (Data Entry) और तकनीकी समस्याओं के समाधान के बारे में भी व्यावहारिक जानकारी दी।

प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को फील्ड स्तर पर आने वाली संभावित चुनौतियों (Field Level Challenges) और उनके समाधान पर भी विस्तार से चर्चा की गई। कर्मियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का विशेषज्ञों ने संतोषजनक उत्तर दिया और यह सुनिश्चित किया गया कि पंजीकरण कार्य के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर त्वरित समाधान उपलब्ध कराया जाएगा। अधिकारियों ने सभी संबंधित कर्मियों को निर्देश दिया कि वे किसानों को जागरूक करें और पंजीकरण प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाएं, ताकि अधिक से अधिक किसान Farmer Registry से जुड़ सकें।

समापन अवसर पर अधिकारियों ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों को सशक्त (Empowered) बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। Farmer Registry के माध्यम से कृषि सेवाओं को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और किसानोन्मुख (Farmer-Centric) बनाया जा सकेगा। इससे न केवल सरकारी योजनाओं का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचेगा, बल्कि जिले के किसानों को दीर्घकालीन (Long-Term) लाभ भी प्राप्त होगा। अधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया कि Argistack परियोजना के सफल क्रियान्वयन से सिवान जिला डिजिटल कृषि (Digital Agriculture) की दिशा में एक मजबूत कदम आगे बढ़ाएगा।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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