संभावना स्कूल में 22 दिसंबर को विज्ञान प्रदर्शनी, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह करेंगे उद्घाटन

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा : शहर के शिक्षा जगत में एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक आयोजन के रूप में आगामी 22 दिसंबर (सोमवार) को स्थानीय ‘शान्ति स्मृति’ सम्भावना आवासीय उच्च विद्यालय, शुभ नारायण नगर, मझौवाँ में विज्ञान प्रदर्शनी (Science Exhibition) का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी विद्यालय परिसर में आयोजित होगी, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा और रचनात्मक सोच का प्रदर्शन करेंगे। विद्यालय प्रशासन के अनुसार यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि अभिभावकों और आमजन के लिए भी विज्ञान एवं तकनीक (Science and Technology) को समझने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।
विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह (Principal Dr. Archana Singh) ने जानकारी देते हुए बताया कि इस विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच (Scientific Thinking) को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में विज्ञान केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि बच्चों को प्रयोग और मॉडल के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान देना अत्यंत आवश्यक है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालय के छात्र-छात्राओं को विभिन्न वैश्विक समस्याओं (Global Issues) और उनके वैज्ञानिक समाधान पर आधारित प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए प्रेरित किया गया है।
इस प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र-छात्राएं पोस्टर (Poster), प्रोजेक्ट (Project), मॉडल (Model) तथा विज्ञान एवं तकनीक से संबंधित विभिन्न उपकरणों (Scientific Devices) के माध्यम से अपनी कल्पनाशीलता और नवाचार का प्रदर्शन करेंगे। पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection), ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत (Renewable Energy), जल संरक्षण (Water Conservation), स्मार्ट टेक्नोलॉजी (Smart Technology), स्वास्थ्य एवं स्वच्छता (Health and Hygiene) जैसे विषयों पर आधारित मॉडल और प्रोजेक्ट इस प्रदर्शनी का प्रमुख आकर्षण होंगे।
विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र (Director Dr. Kumar Dwijendra) ने बताया कि इस विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह (Chairman, Bihar Legislative Council) करेंगे। वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में बक्सर सदर विधायक आनंद मिश्र (पूर्व आईपीएस) (Anand Mishra, Former IPS & Buxar Sadar MLA) की उपस्थिति रहेगी। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में आचार्य धर्मेन्द्र तिवारी (पूर्व कुलपति, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय) (Former Vice-Chancellor, VKSU) तथा भाई ब्रम्हेश्वर (पूर्व महासचिव, बिहार राज्य नागरिक परिषद) (Former General Secretary, Bihar State Citizen Council) शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. कन्हैया बहादुर सिन्हा (अध्यक्ष, बिहार राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ) (President, Bihar State University Teachers Association) करेंगे।
विद्यालय के उप-प्राचार्य ऋषिकेश ओझा (Vice-Principal Rishikesh Ojha) ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन पूर्वाह्न 11:30 बजे (11:30 AM) किया जाएगा। उद्घाटन के बाद यह प्रदर्शनी छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और आम लोगों के अवलोकन (Public Viewing) के लिए अपराह्न 4 बजे (4:00 PM) तक खुली रहेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी को देखने के लिए आसपास के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोग विज्ञान के प्रति जागरूक हो सकें।
उप-प्राचार्य ने आगे जानकारी दी कि इस विज्ञान प्रदर्शनी के लिए लगभग 800 (आठ सौ) छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने प्रोजेक्ट, पोस्टर, मॉडल और अन्य विज्ञान एवं तकनीक से संबंधित उपकरण तैयार कर विद्यालय में जमा किए थे। इन सभी प्रविष्टियों का विद्यालय के विज्ञान शिक्षकों (Science Teachers) एवं कला शिक्षकों (Art Teachers) द्वारा मूल्यांकन किया गया, जिसके बाद लगभग 500 (पाँच सौ) उत्कृष्ट प्रोजेक्ट, पोस्टर, मॉडल और मशीनरी उपकरणों को प्रदर्शनी में स्थान दिया गया है। चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और शैक्षणिक मानकों (Academic Standards) के अनुरूप रही।
विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि इस प्रकार की विज्ञान प्रदर्शनी से छात्रों में आत्मविश्वास (Confidence), प्रस्तुति कौशल (Presentation Skills) और समस्या समाधान क्षमता (Problem Solving Ability) का विकास होता है। साथ ही, अभिभावकों और आम लोगों को भी यह समझने का अवसर मिलता है कि आज की नई पीढ़ी किस प्रकार विज्ञान और तकनीक के माध्यम से समाज की समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास कर रही है।
विद्यालय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि इस विज्ञान प्रदर्शनी का उद्देश्य केवल प्रतियोगिता तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और आम जनता में वैज्ञानिक दृष्टिकोण (Scientific Temper) को बढ़ावा देना है। आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया जाएगा कि विज्ञान ही समाज के सतत विकास (Sustainable Development) का मजबूत आधार है। स्थानीय स्तर पर इस प्रदर्शनी को लेकर छात्रों और अभिभावकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है और विद्यालय परिसर में तैयारियां अंतिम चरण में हैं।





