ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय का 20वां वार्षिकोत्सव सह पुरस्कार वितरण समारोह धूमधाम से सम्पन्न

Report By: तारकेश्वर प्रसाद

आरा स्थित ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय का 20वां वार्षिकोत्सव सह पुरस्कार वितरण समारोह बड़े ही हर्षोल्लास और भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर उल्लास, उत्साह और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर नजर आया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक, शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

गौरतलब है कि हेल्थ एण्ड एजुकेशनल सोसायटी द्वारा वर्ष 2005 में स्थापित ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय भोजपुर जिला का पहला ऐसा विद्यालय है, जिसने स्थापना काल से ही अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक नई पहचान बनाई है। बीते 20 वर्षों की शैक्षणिक यात्रा को स्मरण करते हुए विद्यालय ने इस वर्ष के वार्षिकोत्सव का थीम ‘सफर–20’ रखा, जो विद्यालय की उपलब्धियों और निरंतर प्रगति को दर्शाता है।

समारोह के मुख्य अतिथि सी.बी.आई. के पूर्व निदेशक श्री अनिल कुमार सिन्हा, भा.पु.से. ने अपने संबोधन में बचपन की यादें साझा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों की प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलता है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वर्तमान के इंटरनेट युग में बच्चों की गतिविधियों पर सतत नजर रखना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अभिभावकों का स्वयं अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करना सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने नारी सम्मान, शालीन भाषा और सकारात्मक आचरण पर विशेष जोर देते हुए कहा कि बच्चे वही सीखते हैं, जो वे अपने आसपास देखते और सुनते हैं।

श्री सिन्हा ने आरा की कला और संस्कृति की समृद्ध विरासत का उल्लेख करते हुए भोजपुरी भाषा को गौरव का विषय बताया और भाषा के सम्मान को मां और देश के सम्मान के समान बताया। इस अवसर पर विद्यालय के भव्य आयोजन से प्रेरित होकर उन्होंने अपने पिता के नाम पर “डॉ. रमण एकाडमिक, कल्चरल एवं स्पोर्ट्स एवार्ड” प्रति वर्ष विद्यालय में प्रदान करने की घोषणा की, जिसे उपस्थित जनसमूह ने तालियों के साथ सराहा।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित एस.टी.एफ. के एस.पी. श्री संजय कुमार सिंह, भा.पु.से. ने विद्यालय द्वारा आयोजित देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे दिन का सीमित समय विद्यालय में बिताते हैं, जबकि उनका अधिकांश समय परिवार के साथ होता है, इसलिए अभिभावकों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उन्होंने बच्चों की परवरिश की तुलना प्रकृति से करते हुए कहा कि जैसे एक बीज विभिन्न पड़ावों को पार कर विशाल वृक्ष बनता है, उसी प्रकार बच्चों का विकास भी सतत देखभाल और सही मार्गदर्शन से होता है।

इस अवसर पर आचार्यकुल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति आचार्य डॉ. धर्मेन्द्र तिवारी ने विद्यालय के निदेशक डॉ. आदित्य बिजय जैन एवं प्राचार्य डॉ. सी.पी. जैन को राष्ट्रीय आचार्यकुल की ओर से “सारस्वत कर्मयोगी सम्मान 2025” प्रदान कर सम्मानित किया। यह सम्मान विद्यालय के शैक्षणिक योगदान और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों का प्रतीक रहा।

कार्यक्रम के सांस्कृतिक सत्र में ‘सफर–20’ थीम पर आधारित छात्र-छात्राओं की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। नन्हे-मुन्नों द्वारा बचपन पर आधारित नृत्य, भारत को क्रिकेट विश्व विजेता बनाने का दृश्य, छात्राओं की नारी शक्ति और अर्धनारिश्वर की प्रस्तुति, हिप-हॉप डांस तथा बिहार की विशेषताओं को दर्शाने वाले नाटक-नृत्य ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। प्रत्येक प्रस्तुति में छात्रों की मेहनत, रचनात्मकता और आत्मविश्वास स्पष्ट रूप से झलक रहा था।

विद्यालय की प्राचार्या डॉ. सी.पी. जैन ने अपने संबोधन में बच्चों, अभिभावकों एवं अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से ही विद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने भविष्य में भी इसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा जताई।

इस भव्य समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महापौर श्रीमती इन्दु देवी, पुलिस अधीक्षक श्री राज सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में डॉ. प्रदीप जैन, श्रीमती हिमानी, डॉ. कुमार जितेन्द्र, वीणा जैन, साकेत जैन, ई. धीरेन्द्र सिंह, भाई ब्रह्मेश्वर, रेशु जैन, प्राची जैन, कर्नल राणा प्रताप, राजेन्द्र परिहार, डी. राजन, अजित राय, सुनील राय, अजय कृष्ण अग्रवाल, डॉ. विजय गुप्ता, डॉ. सविता रूंगटा, डॉ. राखि अग्रवाल, दुर्गा राज, मंटु शर्मा, हेमन्त अग्रवाल, रवि अग्रवाल, आलोक कुमार सहित कई गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

कार्यक्रम के सफल आयोजन में ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय परिवार के चतुरानन ओझा, तबस्सुम बानो, अरिहन्त बिजय, नेहा ओझा, सिद्ध बिजय, जिनवाणी जैन, आशुतोष दीक्षित, दीपक उपाध्याय, दीक्षा, स्नीग्धा, कविता, अनुष्का, प्राची, अमित, राकेश पाठक, गुड़िया, रेशमी सहित समस्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों का योगदान सराहनीय रहा। 20 वर्षों की इस गौरवशाली यात्रा ने ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय को क्षेत्र में शिक्षा का एक सशक्त केंद्र के रूप में स्थापित किया है।

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