आरा में स्वामी विवेकानंद रेसिडेंशियल पब्लिक स्कूल में बच्चों के बीच तुलसी पूजन दिवस का आयोजन

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आज 24 दिसंबर 2025 को आरा के गोधना रोड स्थित स्वामी विवेकानंद रेसिडेंशियल पब्लिक स्कूल में बच्चों के बीच तुलसी पूजन दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बच्चों को पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की पावन प्रेरणा से तुलसी माता के महत्व, गीता, गंगा और गाय के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व से परिचित कराया गया। कार्यक्रम का आयोजन श्री योग वेदांत सेवा समिति के तत्वाधान में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया गया कि तुलसी माता सर्व गुणों की खान हैं। पद्म पुराण के अनुसार, “जितने भी फूल-पत्ते प्रकृति में हैं, उनके रस से जितना लाभ होता है, तुलसी माता के आधे पत्ते से ही उससे अधिक लाभ होता है।” इस संदेश के माध्यम से बच्चों में तुलसी माता के आध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूकता पैदा की गई।
कार्यक्रम में तुलसी के वैज्ञानिक लाभ पर भी प्रकाश डाला गया। बताया गया कि तुलसी 24 घंटे ऑक्सीजन प्रदान करती है और तुलसी पत्तों से निकलने वाला यूजीनॉल मिथाइल ईथर वातावरण को विषैले कीटाणुओं से मुक्त करता है। वहीं तुलसी की तुलना कृत्रिम क्रिसमस ट्री से की गई, जो किसी भी स्वास्थ्य या आध्यात्मिक लाभ प्रदान नहीं करती। इस तरह बच्चों को यह संदेश दिया गया कि प्राकृतिक और धार्मिक तत्व हमारे जीवन में स्थायी और सकारात्मक योगदान करते हैं।
इसके अलावा कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि तुलसी केवल शारीरिक रोगों से मुक्ति नहीं देती, बल्कि भगवान के प्रति प्रेम और भक्ति को भी बढ़ाती है। बच्चों को तुलसी की 9 परिक्रमा लगाने और तुलसी के आसपास समय बिताने के आध्यात्मिक लाभों के बारे में बताया गया। 10 मिनट भी तुलसी माता की औरा में रहने से मन शांत होता है और सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं। तुलसी माता की पूजा से लक्ष्मी जी की प्राप्ति और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में सनातन संस्कृति, संतों और धार्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान और जागरूकता पैदा करना था। आयोजकों ने बच्चों को संदेश दिया कि यदि हमें अपने अस्तित्व और सांस्कृतिक धरोहर को बचाना है, तो हमें अपने संतों, परंपराओं और सनातन संस्कृति का संरक्षण करना होगा।
कार्यक्रम में बच्चों ने तुलसी पूजन कर उसकी महिमा का अनुभव किया और इस अवसर को हर्षोल्लास के साथ मनाया। आयोजकों ने भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक जागरूकता फैलाने का संकल्प दोहराया।
यह आयोजन न केवल बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक रहा बल्कि उन्हें धार्मिक, स्वास्थ्य और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी जागरूक किया।





