भोजपुर में डॉ. हुलेश मांझी ने किया विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्था और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण

Report By: तारकेश्वर प्रसाद

भोजपुर जिले में बच्चों के अधिकारों और उनके सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से डॉ. हुलेश मांझी, सदस्य, बाल अधिकार संरक्षण आयोग, बिहार, पटना ने जिले की महत्वपूर्ण बाल संगठनों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विशेष ध्यान बच्चों की सुरक्षा, पोषण, शिक्षा और आवासीय सुविधाओं पर केंद्रित किया।

डॉ. मांझी ने सबसे पहले विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्था (Specialised Adoption Agency) का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने संस्था में रह रहे बच्चों की देखभाल, आवास, पोषण, स्वास्थ्य और सुरक्षा से संबंधित व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके अधिकारों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश संस्था के अधिकारियों को दिए। डॉ. मांझी ने कहा कि बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराना आवश्यक है, ताकि वे एक सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण में बड़े हो सकें।

इसके पश्चात डॉ. मांझी ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं से संवाद करते हुए उन्होंने शैक्षणिक व्यवस्था, आवासीय सुविधाओं, भोजन, स्वच्छता और सुरक्षा की समीक्षा की। उन्होंने छात्राओं की शिक्षा और सशक्तिकरण को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और विद्यालय प्रशासन को निर्देश दिए कि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ सुरक्षित और प्रेरक वातावरण सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर डॉ. मांझी ने कहा कि बालिका शिक्षा और सशक्तिकरण ही समाज के विकास की कुंजी हैं। उन्होंने अधिकारियों और शिक्षकगण को बच्चों के हितों के प्रति संवेदनशील रहने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए सतत प्रयास करने का निर्देश दिया।

निरीक्षण के दौरान डॉ. मांझी ने बच्चों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण संबंधी रिकॉर्ड का भी अवलोकन किया और बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए सुझाव दिए। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के अधिकारों के संरक्षण में बालिका शिक्षा, सुरक्षित आवास और पोषण आधारित कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

इस अवसर पर संस्था और विद्यालय के अधिकारी, शिक्षक और अन्य संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे। उन्होंने डॉ. मांझी द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने और बच्चों के सुरक्षित, संरक्षित और समग्र विकास के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।

इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ कि भोजपुर जिले में बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा एवं विकास के प्रति प्रशासन और संबंधित संस्थाओं की सक्रिय निगरानी और समर्पित प्रयास जारी हैं।

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