आरा में तुलसी पूजन दिवस का फैला सुवास, क्रिसमस डे पर तुलसी पूजन की रही धूम

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: बिहार के भोजपुर जिले के आरा शहर में गुरुवार को क्रिसमस डे के अवसर पर तुलसी पूजन दिवस बड़े ही श्रद्धा, उत्साह और वैदिक परंपरा के साथ मनाया गया। यह आयोजन श्री योग वेदांत सेवा समिति, बाल संस्कार केंद्र के तत्वावधान में संपन्न हुआ, जहां बच्चों, शिक्षकों और समिति के सदस्यों ने सामूहिक रूप से भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत समिति के सदस्य दिव्यांशु मिश्रा द्वारा विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तुलसी पूजन से की गई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की पावन प्रेरणा से 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस की शुरुआत हुई, जो आज पूरे देश में एक जनआंदोलन का रूप ले चुका है। अब इसमें बड़े-बड़े नेता, अभिनेता, धार्मिक संस्थाएं और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं और यह एक विश्वव्यापी अभियान बनता जा रहा है।
दिव्यांशु मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि 25 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच समाज में शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन, आत्महत्या, किशोर-किशोरियों एवं युवक-युवतियों के जीवन में भटकाव और कई अवांछनीय घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे समय में तुलसी पूजन जैसे सकारात्मक और संस्कारपूर्ण आयोजन समाज को सही दिशा देने का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि विश्व मानवता के कल्याण के लिए पूज्य बापूजी का यह आवाहन है कि 25 दिसंबर को तुलसी पूजन कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिससे समाज स्वस्थ, सशक्त और संस्कारवान बने। इस पावन पर्व की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई थी, जिसका उद्देश्य आत्मविकास, सदाचार और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम के दौरान तुलसी की महिमा पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया। बताया गया कि घर में लगी तुलसी मनुष्यों के लिए अत्यंत कल्याणकारी होती है। यह धन, पुत्र, पुण्य और हरि-भक्ति प्रदान करने वाली मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार प्रातःकाल तुलसी का दर्शन करने से सुवर्ण दान के समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है। तुलसी की लकड़ी से बनी माला धारण कर देवताओं और पितरों का पूजन करने से कोटि गुना फल मिलता है। वहीं, भगवान विष्णु को तुलसी माला अर्पित कर प्रसाद रूप में धारण करने से मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते हैं।
समिति के सदस्यों ने बताया कि आज सोशल मीडिया पर भी तुलसी पूजन दिवस को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग क्रिसमस न मनाकर तुलसी पूजन दिवस मनाने का संकल्प ले रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है।
श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा आरा शहर के विभिन्न विद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में पिछले कई वर्षों से तुलसी पूजन दिवस का आयोजन किया जाता रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को नाला मोड़ स्थित बाल संस्कार केंद्र और रामरेखा प्रसाद सरस्वती शिशु मंदिर में भी तुलसी पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के भैया-बहन, आचार्य जी, दीदी जी एवं कर्मचारी बंधुओं ने सहभागिता निभाई।
इस अवसर पर विद्यालय परिसर में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती भी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। वक्ताओं ने उनके योगदान को याद करते हुए विद्यार्थियों को उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शालू पांडे, राहुल कुमार, अवनति उपाध्याय, बेबी देवी, दिव्यांशु मिश्रा सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने तुलसी पूजन दिवस को समाज में संस्कार, स्वास्थ्य और सकारात्मक सोच का संदेश देने वाला पर्व बताया।
कुल मिलाकर, आरा में तुलसी पूजन दिवस का यह आयोजन भारतीय संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक जागरूकता का सुंदर उदाहरण बनकर सामने आया, जिसने क्रिसमस डे को एक नई आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान दी।





