गाजीपुर में वीर बाल दिवस का गरिमामय आयोजन, साहिबजादे फतेह सिंह और जोरावर सिंह की शहादत को दी गई श्रद्धांजलि

Report By : आसिफ अंसारी
गाजीपुर : गुरु गोविन्द सिंह जी के साहिबजादों बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह की अद्वितीय शहादत को सम्मान देने के उद्देश्य से जनपद गाजीपुर में वीर बाल दिवस (Veer Bal Diwas) का आयोजन पूरे गरिमामय वातावरण में किया गया। यह कार्यक्रम 26 दिसंबर 2025 को विकास भवन सभागार (Vikas Bhawan Auditorium) में जिला विकास अधिकारी श्री सुबाष चन्द्र सरोज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल उपस्थित रहीं, जिनकी गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन (Lamp Lighting) कर गुरु गोविन्द सिंह जी के साहिबजादे बाबा फतेह सिंह और जोरावर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण (Floral Tribute) के साथ किया गया। इसके पश्चात राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत और प्रेरणादायक भाषणों ने उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया। बच्चों की प्रस्तुति ने वीर बालकों के त्याग, साहस और धर्मनिष्ठा को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के दौरान माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर दिए गए संदेश का सजीव प्रसारण (Live Telecast) देखा और सुना गया। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने साहिबजादों के बलिदान से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं को आत्मसात किया और उनके आदर्शों को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
इसके उपरांत जनपद के कुल 70 छात्र-छात्राओं को खेल (Sports), विज्ञान (Science), चित्रकला (Painting) सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मोमेंटो (Memento) एवं प्रशस्ति पत्र (Certificate) प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य बच्चों में प्रतिभा, आत्मविश्वास और राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना रहा।
नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि वर्ष 1699 में गुरु गोविन्द सिंह जी द्वारा धर्म की रक्षा के लिए खालसा पंथ (Khalsa Panth) की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी के चारों साहिबजादे अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने अत्यंत कम आयु में धर्म और सत्य की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने बताया कि मुगल शासकों द्वारा अत्याचार के बावजूद साहिबजादों ने अपने धर्म से विचलित होने से इंकार किया और अमर शहादत प्राप्त की। उनके इस बलिदान की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है।
जिला विकास अधिकारी सुबाष चन्द्र सरोज ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह जी के छोटे साहिबजादों की शहादत आस्था, संस्कृति और आत्मसम्मान की रक्षा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह दिवस हमें यह स्मरण कराता है कि किस प्रकार 9 और 7 वर्ष की अल्पायु में साहिबजादों ने धर्म के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। यह दिन उनके साहस और दृढ़ संकल्प से प्रेरणा लेने का अवसर है।
कार्यक्रम के अंत में नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं, अधिकारियों और कर्मचारियों को राष्ट्र और समाज के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहने की शपथ (Pledge) दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन मीनू सिंह, प्रधानाचार्य, राजकीय हाईस्कूल सहेड़ी द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, महिला कल्याण विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।





