मार्टिन रेलवे की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की दिशा में प्रशासन की बड़ी कार्रवाई

Report By: तारकेश्वर प्रसाद
आरा: पीरो नगर क्षेत्र में वर्षों से विवादों में रही मार्टिन रेलवे एवं कैसर-ए-हिंद की ऐतिहासिक जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की दिशा में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में पीरो नगर के पुराना स्टेशन रोड स्थित उक्त जमीन की अंचल अमीन की देखरेख में विधिवत मापी कराई जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर शुरू हुई इस प्रक्रिया से अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीरो थाना क्षेत्र अंतर्गत मौजा पीरो, थाना संख्या 88 में अवस्थित पुराना खाता संख्या 1416 एवं खेसरा संख्या 1986 की कुल रकबा लगभग 6.9 एकड़ भूमि मार्टिन रेलवे और कैसर-ए-हिंद के नाम से दर्ज है। इस जमीन की खरीद-बिक्री पर वर्ष 2009 से ही प्रशासनिक रोक लगी हुई है। इसके बावजूद कुछ लोगों द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए इस सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा जमा लिया गया और वहां स्थायी निर्माण भी करा दिया गया। इतना ही नहीं, कथित रूप से कुछ लोगों ने अपने नाम से जमाबंदी भी करा ली, जिससे मामला और गंभीर हो गया।
बताया जा रहा है कि इस अनियमितता को लेकर वर्षों बाद कुछ स्थानीय जागरूक नागरिकों ने अनुमंडल पदाधिकारी पीरो के समक्ष आवेदन देकर सरकारी जमीन पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाने की मांग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लिया और अंचलाधिकारी पीरो एवं थानाध्यक्ष को पत्र जारी कर संबंधित जमीन पर किसी भी प्रकार के नए निर्माण कार्य पर पूर्ण रोक लगाने का आदेश दिया।
इसके साथ ही अवर निबंधन पदाधिकारी को भी निर्देश दिया गया है कि उक्त भूमि की खरीद-बिक्री का प्रयास करने वाले लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की जाए। प्रशासन का मानना है कि प्रतिबंध के बावजूद जमीन की खरीद-बिक्री का प्रयास करना कानून का खुला उल्लंघन है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर जिले भर में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत मार्टिन रेलवे और कैसर-ए-हिंद की जमीन को भी अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है और सबसे पहले जमीन की सटीक मापी कर सीमांकन किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक पीरो नगर के गांधी चौक से लेकर पुराना स्टेशन रोड होते हुए बाईपास सड़क तक, दोनों ओर लगभग 200 फीट चौड़ी जमीन की मापी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मापी के दौरान राजस्व कर्मियों के साथ स्थानीय पुलिस बल भी तैनात है, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था या विरोध की स्थिति से निपटा जा सके।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि मापी के बाद अतिक्रमण की पहचान कर चरणबद्ध तरीके से अवैध कब्जों को हटाया जाएगा। इस दौरान किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर प्रशासन की इस सख्ती से वर्षों से उक्त जमीन पर अवैध रूप से काबिज लोगों में भय और बेचैनी का माहौल बना हुआ है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह जमीन अतिक्रमण मुक्त हो जाती है तो पीरो नगर के विकास की कई संभावनाएं खुल सकती हैं। सड़क चौड़ीकरण, यातायात व्यवस्था में सुधार और भविष्य की सार्वजनिक परियोजनाओं के लिए यह भूमि काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
फिलहाल प्रशासन की ओर से मापी का कार्य तेजी से किया जा रहा है और आने वाले दिनों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि वर्षों से कब्जे में रही इस ऐतिहासिक जमीन को प्रशासन कब तक पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त करा पाता है।





