लिवर कैंसर से पहले शरीर देता है ये गंभीर चेतावनी संकेत, समय रहते न पहचाना तो बढ़ सकता है खतरा
शुरुआती लक्षणों को लोग समझते हैं आम बीमारी, लेकिन यही बन सकते हैं लिवर कैंसर का संकेत

Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम
लिवर कैंसर (Liver Cancer) को मेडिकल साइंस में एक Silent Killer कहा जाता है, क्योंकि यह बीमारी शुरुआती दौर में बिना किसी तेज लक्षण के धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। अधिकांश मामलों में लोग इसके शुरुआती संकेतों को सामान्य कमजोरी, पेट की परेशानी या थकान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि यही संकेत भविष्य में एक गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, लिवर कैंसर की शुरुआत में शरीर कुछ ऐसे Early Symptoms दिखाता है, जिन पर समय रहते ध्यान देना बेहद जरूरी है। सबसे पहला और आम संकेत है बिना किसी कारण अचानक वजन कम होना। यदि कोई व्यक्ति बिना डाइट या एक्सरसाइज के लगातार Weight Loss महसूस कर रहा है, तो यह लिवर से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
इसके साथ ही भूख न लगना या थोड़ा सा खाना खाने के बाद पेट भरा-भरा महसूस होना भी एक Warning Sign है। लिवर शरीर के Digestive System में अहम भूमिका निभाता है, ऐसे में जब लिवर प्रभावित होने लगता है, तो पाचन प्रक्रिया पर भी असर पड़ता है। कई बार मरीज इसे गैस या एसिडिटी की समस्या मान लेते हैं, जो आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकता है।
लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षणों में Upper Abdominal Pain भी शामिल है। यह दर्द पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में महसूस होता है, जहां लिवर स्थित होता है। कभी-कभी यह हल्का दबाव या भारीपन जैसा महसूस होता है, जबकि कुछ मामलों में दर्द तेज भी हो सकता है। लगातार बना रहने वाला यह दर्द एक गंभीर संकेत हो सकता है।
इसके अलावा लगातार थकान महसूस होना, कमजोरी और Energy की कमी भी लिवर कैंसर के संभावित लक्षणों में गिने जाते हैं। जब लिवर शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में असमर्थ हो जाता है, तो इसका सीधा असर व्यक्ति की Energy Level पर पड़ता है। मरीज को रोजमर्रा के काम भी भारी लगने लगते हैं।
जैसे-जैसे बीमारी आगे बढ़ती है, कुछ और गंभीर लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं। इनमें पेट में सूजन आना (Abdominal Swelling), त्वचा और आंखों का पीला पड़ना यानी पीलिया (Jaundice), पेशाब का गहरा रंग और मल का हल्का रंग शामिल है। ये संकेत बताते हैं कि लिवर की कार्यक्षमता काफी हद तक प्रभावित हो चुकी है।
डॉक्टर्स का मानना है कि कुछ लोग लिवर कैंसर के High Risk Group में आते हैं। जिन लोगों को पहले से Hepatitis B या C, Fatty Liver, Cirrhosis जैसी समस्याएं हैं, या जो लंबे समय तक अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं, उनमें लिवर कैंसर का खतरा अधिक होता है। ऐसे लोगों को Regular Health Check-up और Liver Tests जरूर कराते रहना चाहिए।
अक्सर देखा गया है कि लोग शुरुआती लक्षणों को Stress, Workload या उम्र का असर मानकर अनदेखा कर देते हैं। यही सबसे बड़ी गलती साबित हो सकती है। यदि वजन तेजी से घट रहा हो, भूख कम लग रही हो, पेट में दर्द बना रहे या लगातार थकान महसूस हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, समय रहते जांच होने पर लिवर कैंसर का इलाज संभव है। आज के समय में Medical Science ने Diagnosis और Treatment के कई Advanced Options विकसित किए हैं। Early Detection होने पर Surgery, Targeted Therapy और अन्य इलाजों से मरीज की स्थिति बेहतर की जा सकती है और Survival Rate भी बढ़ाया जा सकता है।
लिवर कैंसर के संकेत भले ही शुरुआत में हल्के लगें, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। शरीर में दिख रहे छोटे-छोटे बदलावों को समझना और समय पर जांच कराना ही इस गंभीर बीमारी से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।





