आरएसएस के शताब्दी वर्ष पर गाज़ीपुर में भव्य हिंदू सम्मेलन, राष्ट्रधर्मिता और सामाजिक एकजुटता का दिया गया सशक्त संदेश

Report By : आसिफ अंसारी
गाज़ीपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh – RSS) के शताब्दी वर्ष (Centenary Year) के अवसर पर गाज़ीपुर जनपद की विभिन्न बस्तियों में हिंदू सम्मेलन (Hindu Sammelan) का आयोजन किया गया। इसी क्रम में शहर कोतवाली क्षेत्र के केशव बस्ती स्थित अग्रसेन हाल, झुन्नूलाल चौराहा पर आयोजित सम्मेलन में राष्ट्रधर्मिता (National Duty), सामाजिक समरसता (Social Harmony) और एकजुटता (Unity) का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सपरिवार शामिल हुए, जिससे आयोजन की व्यापक सामाजिक सहभागिता स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
इस सम्मेलन के आयोजक ओमप्रकाश तिवारी उर्फ “बच्चा तिवारी” ने कहा कि इस आयोजन का मूल उद्देश्य सकल हिंदू समाज (Entire Hindu Society) को एक मंच पर एकत्र करना है। उन्होंने कहा कि हिंदू सम्मेलन किसी वर्ग, जाति या संप्रदाय के लिए नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का एक सकारात्मक प्रयास है। उनका कहना था कि समाज को जाति-भेद (Caste Discrimination) से ऊपर उठकर राष्ट्रहित (National Interest) में संगठित होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब समाज एकजुट होता है, तभी राष्ट्र मजबूत (Strong Nation) बनता है।
कार्यक्रम के सह-आयोजक एवं केशव बस्ती प्रमुख आकाश ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदू सम्मेलन समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि जाति, वर्ग और भेदभाव से ऊपर उठकर हिंदू समाज को एक सूत्र में पिरोना ही इस आयोजन का मुख्य लक्ष्य है। उनका मानना है कि सामाजिक संगठन (Social Organization) और आपसी सहयोग से ही राष्ट्र निर्माण (Nation Building) की प्रक्रिया को गति मिलती है।
सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि एवं पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल ने उपस्थित जनसमूह की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन राष्ट्रीय एकता (National Unity) और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंदू सम्मेलन किसी के विरोध में नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच (Positive Thought) और राष्ट्र के प्रति दायित्व की भावना को मजबूत करने का माध्यम है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे संगठित रहकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित आरएसएस के जिला प्रचारक प्रभात जी ने संघ की विचारधारा (Ideology) पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद (Cultural Nationalism) और हिंदुत्व (Hindutva) पर आधारित संगठन है। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, चरित्र निर्माण (Character Building) करना और भारत को उसकी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत (Ancient Cultural Heritage) के आधार पर एक सशक्त राष्ट्र बनाना है। उन्होंने भेदभाव रहित समाज (Discrimination-Free Society), आत्म-जागरूकता (Self Awareness) और सामाजिक एकता पर विशेष बल दिया।
सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने समाज के प्रत्येक वर्ग से आपसी प्रेम, सद्भाव और भाईचारे (Brotherhood) के साथ राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ने का आह्वान किया। पूरे आयोजन में राष्ट्रधर्मिता और सामाजिक एकजुटता का संदेश प्रमुख रूप से उभरकर सामने आया। समाज के हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी के साथ यह हिंदू सम्मेलन गाज़ीपुर में सकारात्मक सामाजिक चेतना का प्रतीक बनकर संपन्न हुआ।





