नाला बंद होने से गांव जलमग्न, बिजारखाता में जलभराव ने बढ़ाई मुश्किलें, ग्रामीणों का फूटा आक्रोश

Report By : राहुल मौर्य
मसवासी रामपुर : स्वार–बाजपुर मार्ग (Swar–Bajpur Road) के चौड़ीकरण (Road Widening) के बाद जल निकासी (Drainage System) की उचित व्यवस्था न होने से ग्राम पंचायत बिजारखाता के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क निर्माण के दौरान पुरानी नालियों (Old Drains) को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया, लेकिन न तो नई नालियों का निर्माण कराया गया और न ही बरसाती पानी (Rain Water) व गंदे पानी (Waste Water) की निकासी के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई। इसका सीधा असर गांव की गलियों और घरों के आसपास दिखाई दे रहा है, जहां लगातार जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के कई हिस्सों में गंदा पानी (Dirty Water) जमा रहने से सामान्य आवागमन (Movement) पूरी तरह बाधित हो गया है। बच्चों को स्कूल (School) जाने में कठिनाई हो रही है, वहीं बुजुर्गों (Senior Citizens) और महिलाओं (Women) के लिए घर से बाहर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं है। कई स्थानों पर सड़क और गलियों में इतना अधिक पानी भर गया है कि लोगों को मजबूरी में नंगे पैर (Barefoot) पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है, जिससे त्वचा रोग (Skin Diseases), संक्रमण (Infection) और अन्य बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि जलभराव की समस्या से सिर्फ आवागमन ही नहीं, बल्कि दैनिक जीवन (Daily Life) भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। घरों के सामने पानी भरा होने से साफ-सफाई (Cleanliness) की स्थिति बिगड़ चुकी है और दुर्गंध (Bad Smell) फैल रही है। मच्छरों (Mosquitoes) का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू (Dengue) और मलेरिया (Malaria) जैसी बीमारियों की आशंका भी गहराने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते समाधान नहीं किया गया तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस समस्या को लेकर सड़क निर्माण कार्य से जुड़े कर्मचारियों (Construction Staff) और ठेकेदार (Contractor) से शिकायत की, तो उनकी बात सुनने के बजाय उनके साथ अभद्र व्यवहार (Misbehavior) किया गया और धमकी (Threat) तक दी गई। इससे ग्रामीणों में आक्रोश और बढ़ गया है। उनका कहना है कि यह समस्या नई नहीं है, बल्कि पहले भी इसे लेकर जनप्रतिनिधियों (Public Representatives) और संबंधित अधिकारियों के सामने मुद्दा उठाया जा चुका है, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई (Concrete Action) नहीं हुई।
लगातार अनदेखी से नाराज ग्रामीणों ने अब उपजिलाधिकारी (Sub-Divisional Magistrate – SDM) को लिखित शिकायत भेजी है। शिकायत में स्वार–बाजपुर मुख्य मार्ग पर बंद पड़ी नालियों को तत्काल खुलवाने और जहां आवश्यक हो वहां पुलिया (Culvert) निर्माण कराने की मांग की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल निकासी की समस्या का स्थायी समाधान (Permanent Solution) नहीं किया गया, तो वे आंदोलन (Protest) करने के लिए मजबूर होंगे।
शिकायत करने वालों में रामकुवंर, राजू, तौफीक, जाहिद, जाकिर, जाफर अली, हाजी राहत जान, हाजी खुर्शीद अहमद, हाजी जाहिद हुसैन, करण सिंह, शेर सिंह, सोरन गुप्ता, अतीक सहित कई अन्य ग्रामीण शामिल हैं। सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में प्रशासन से मांग की है कि सड़क विकास (Road Development) के साथ-साथ जल निकासी की व्यवस्था को भी प्राथमिकता दी जाए, ताकि गांव को जलभराव की समस्या से निजात मिल सके।
ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्य तभी सार्थक (Meaningful Development) होते हैं, जब उनसे आम जनता को राहत मिले। यदि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर गांव को जलभराव और बीमारियों की समस्या झेलनी पड़े, तो ऐसे विकास पर सवाल उठना स्वाभाविक है। अब सभी की निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं कि कब तक इस गंभीर समस्या का समाधान किया जाता है।
Report By : कर्मक्षेत्र टीवी डेस्क टीम





