भोजपुर में शीतलहर से बचाव के लिए प्रशासन सतर्क

संवाददाता: तारकेश्वर प्रसाद
भोजपुर जिले में बढ़ती ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आ रहा है। जिला पदाधिकारी, भोजपुर के निर्देशन में शाहपुर अंचल क्षेत्र में शीतलहर से बचाव हेतु समन्वित राहत कार्य लगातार किया जा रहा है, ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति ठंड के कारण प्रभावित न हो।
प्रशासन द्वारा वर्तमान में शाहपुर अंचल के 20 से अधिक प्रमुख स्थानों पर अलाव की समुचित व्यवस्था की गई है। इन अलाव स्थलों पर नियमित रूप से जलावन की व्यवस्था की जा रही है, जिससे खुले में रहने वाले, राहगीर एवं असहाय लोग ठंड से राहत पा सकें। जिला प्रशासन की ओर से संबंधित कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि अलाव व्यवस्था निरंतर चालू रहे और किसी भी प्रकार की कमी न होने पाए।
इसके साथ ही शाहपुर अंचल में 30 बेड की क्षमता वाला रैन बसेरा सुचारु रूप से संचालित किया जा रहा है। इस रैन बसेरा में अब तक 60 से अधिक निराश्रित एवं जरूरतमंद व्यक्तियों ने आश्रय लिया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी और आवश्यकता पड़ने पर और लोगों को भी रैन बसेरे में ठहराया जाएगा।
सामाजिक सुरक्षा शाखा के माध्यम से जरूरतमंद व्यक्तियों की पहचान कर कंबल वितरण का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। विशेषकर बुजुर्गों, बेसहारा लोगों और अत्यधिक ठंड से प्रभावित व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर कंबल उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि उन्हें शीतलहर से सुरक्षित रखा जा सके।
शीतलहर के मद्देनज़र शाहपुर अंचल के अस्पतालों में कोल्ड वेव वार्ड भी स्थापित किए गए हैं। इन वार्डों में हीटर सहित सभी आवश्यक चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि ठंड से संबंधित बीमारियों से पीड़ित मरीजों का समय पर और बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा सके। चिकित्सा कर्मियों को भी अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी क्रम में आज जिला पदाधिकारी, भोजपुर के निर्देशानुसार सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी द्वारा शाहपुर अंचल स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अंचल अधिकारी, शाहपुर भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने रैन बसेरे में उपलब्ध सुविधाओं, साफ-सफाई, बेड व्यवस्था, कंबल एवं अन्य आवश्यक संसाधनों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि शीतलहर के दौरान सतर्क रहें और जरूरतमंद लोगों को रैन बसेरा एवं अलाव स्थलों तक पहुंचाने में सहयोग करें। किसी भी आपात स्थिति या सहायता की आवश्यकता होने पर जिला आपातकालीन संचालन केंद्र (DEOC), भोजपुर से संपर्क किया जा सकता है।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शीतलहर के प्रभाव को कम करने और जन-जीवन को सुरक्षित रखने के लिए राहत एवं बचाव कार्य आगे भी पूरी तत्परता के साथ जारी रहेंगे।





