मऊ दीवानी कचहरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निशुल्क जांच शिविर का आयोजन, बीपी और शुगर की जांच के साथ दवाइयां दी गईं

Report By : आसिफ अंसारी
मऊ : उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दीवानी कचहरी में एक विशेष पहल की शुरुआत की गई है। कचहरी में आने वाले अधिवक्ताओं और वादकारियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आज एक निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बीपी (ब्लड प्रेशर), शुगर (ब्लड शुगर), और कोलेस्ट्रॉल की जांच की गई और मरीजों को उनकी बीमारियों के अनुरूप दवाइयां भी दी गईं।
स्वास्थ्य विभाग के इस प्रयास से दीवानी कचहरी में आने वाले लोगों को एक नई उम्मीद मिली है, क्योंकि बीपी, शुगर, और कोलेस्ट्रॉल की समस्याएं अब सामान्य हो चुकी हैं और कई बार लोग इनसे अनजान रहते हुए गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करते हैं। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य इन बीमारियों की पहचान करना और शुरुआती स्तर पर उनका इलाज करना है, ताकि भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके।
सीएमओ कार्यालय के चिकित्सा अधिकारी, डॉ. अशफाक अहमद अंसारी ने शिविर के आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आजकल बदलते खान-पान और जीवनशैली के कारण लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए दीवानी न्यायालय में यह शिविर लगाया गया है, ताकि यहां आने वाले अधिवक्ता और वादकारी अपनी बीमारियों का पता लगा सकें और समय रहते उपचार प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि इस शिविर में बीपी, शुगर, यूरिन, और कोलेस्ट्रॉल की जांच की जा रही है। यदि किसी मरीज को गंभीर बीमारी की आशंका होती है, तो उसकी जांच जिला अस्पताल की प्रयोगशाला में भेजकर टेस्ट भी कराए जा रहे हैं।
इस शिविर में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि जिन मरीजों की बीमारी गंभीर पाई जाती है, उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करके उचित उपचार भी दिया जाएगा। डॉ. अंसारी ने यह भी बताया कि यह शिविर हर महीने के तीसरे शुक्रवार को दीवानी कचहरी में लगाया जाएगा। इस दौरान कचहरी में आने वाले सभी अधिवक्ता और वादकारी की जांच की जाएगी और उन्हें आवश्यक दवाइयां और मेडिकल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की है और इसे एक सकारात्मक कदम बताया है। उनका मानना है कि इस तरह के शिविरों से लोगों को समय रहते अपनी बीमारियों का पता चल सकता है, जिससे उन्हें गंभीर समस्याओं से बचने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग के इस कदम से न्यायालय में काम करने वाले पेशेवरों को भी राहत मिली है, क्योंकि उन्हें अब अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह शिविर दीवानी न्यायालय के वादकारियों और अधिवक्ताओं के बीच स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, और इससे निश्चित रूप से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।





