Chardham Yatra 2025 : 12 दिन में साढ़े पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, पंजीकरण का आंकड़ा 27 लाख के पार




देवभूमि उत्तराखंड में चल रही प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2025 ने इस बार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का नया रिकॉर्ड बनाया है। यात्रा शुरू हुए अभी महज 12 दिन ही बीते हैं और अब तक 5.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। वहीं, पंजीकरण कराने वाले यात्रियों की संख्या 27 लाख के पार पहुंच चुकी है, जो आने वाले दिनों में और तेजी से बढ़ने की संभावना है।

चारधाम यात्रा हर साल अक्षय तृतीया से शुरू होती है और यह भारत के प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थलों — केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री — के दर्शन का एक धार्मिक अवसर होता है। इस साल यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी और 12 दिनों में ही तीर्थ यात्रियों का उत्साह प्रशासन और स्थानीय व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है।

12 दिन में इतने श्रद्धालु पहुंचे चारधाम

उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार:

केदारनाथ धाम में अब तक करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।

बद्रीनाथ धाम में 1.6 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं।

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी श्रद्धालुओं की संख्या क्रमश: 90 हजार और 80 हजार तक पहुंच चुकी है।


यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य किया गया है और सरकार के पोर्टल पर अब तक 27 लाख से ज्यादा यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इनमें से अधिकतर श्रद्धालु मई-जून के समय यात्रा करने वाले हैं, जिससे आगामी दिनों में और भी अधिक भीड़ की संभावना है।



सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड प्रशासन और पुलिस बल ने विशेष तैयारियाँ की हैं। ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जा रही है। हर धाम क्षेत्र में मेडिकल स्टाफ, अस्थायी अस्पताल, और रेस्क्यू टीमें तैनात की गई हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि, “चारधाम यात्रा को सफल, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है।”


मौसम बना चुनौती, स्वास्थ्य पर advisory

गौरतलब है कि पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम में तेजी से बदलाव होता है। बीते कुछ दिनों में केदारनाथ और बद्रीनाथ में हल्की बर्फबारी और बारिश के चलते यात्रियों को कुछ असुविधा का सामना करना पड़ा। प्रशासन की ओर से हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा और हृदय संबंधी रोगियों को यात्रा से पहले मेडिकल जांच कराने की सलाह दी गई है।


यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक नियंत्रण के उपाय

चारधाम यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए विशेष प्लानिंग की गई है। ऋषिकेश, श्रीनगर, गुप्तकाशी और जोशीमठ जैसे प्रमुख पड़ावों पर ट्रैफिक चेक-पॉइंट बनाए गए हैं। साथ ही, पार्किंग व्यवस्था, टॉयलेट सुविधा, भोजनालय, और विश्राम गृहों को बेहतर बनाया गया है।




चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि उत्तराखंड की आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को भी बढ़ावा देती है। इस बार की रिकॉर्ड संख्या यह दिखाती है कि लोगों में आध्यात्मिक चेतना के साथ-साथ हिमालय के इन पवित्र धामों को देखने की ललक लगातार बढ़ रही है।

प्रशासन से लेकर स्थानीय लोग तक हर कोई इस यात्रा को सफल बनाने में जुटा है। यदि सब कुछ इसी तरह व्यवस्थित रहा तो 2025 की चारधाम यात्रा, अब तक की सबसे भीड़भाड़ वाली और सुरक्षित यात्रा के रूप में जानी जाएगी।

Mukesh Kumar

मुकेश कुमार पिछले 3 वर्ष से पत्रकारिता कर रहे है, इन्होंने सर्वप्रथम हिन्दी दैनिक समाचार पत्र सशक्त प्रदेश, साधना एमपी/सीजी टीवी मीडिया में संवाददाता के पद पर कार्य किया है, वर्तमान में कर्मक्षेत्र टीवी वेबसाईट में न्यूज इनपुट डेस्क पर कार्य कर रहे है !

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