मुख्य विकास अधिकारी ने ब्लॉक वीकली रिव्यू बैठक में नियमित टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की

Report By : आसिफ़ अंसारी
जनपद मऊ में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशांत नागर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीपुर में ब्लॉक वीकली रिव्यू (BWR) बैठक में भाग लिया। इस बैठक में उन्होंने टीकाकरण कार्य की गहराई से समीक्षा की और उपकेंद्रवार प्रगति का मूल्यांकन किया।
मुख्य विकास अधिकारी ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि टीकाकरण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को बनाई गई ड्यू लिस्ट के अनुसार कार्य करना अनिवार्य है, और यह सुनिश्चित किया जाए कि सूची में दर्ज कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रह जाए। उन्होंने टीकाकरण में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए गंभीरता से काम करने पर बल दिया।
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि कई बार कुछ परिवार अपने बच्चों को वैक्सीन दिलाने से मना कर देते हैं। ऐसे मामलों में संबंधित एएनएम और आशा को इन परिवारों की अलग सूची बनाकर अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को खंड विकास अधिकारी से समन्वय स्थापित कर एक विशेष टीम बनानी होगी, जो इन परिवारों से संपर्क कर उन्हें समझाए और बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करे।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के स्वास्थ्य और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है, इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाएं और तय समयसीमा में कार्य को पूरा करें।
उनके निर्देशानुसार जनपद के सभी विकास खंडों में खंड विकास अधिकारियों की अध्यक्षता में ब्लॉक वीकली रिव्यू बैठकों का आयोजन किया गया। इन बैठकों में संबंधित एएनएम और आशाओं को स्पष्ट रूप से बताया गया कि यदि टीकाकरण कार्य में सुधार नहीं हुआ तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी की देखरेख में अर्बन मऊ क्षेत्र में भी ब्लॉक वीकली रिव्यू बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में समस्त एएनएम, सुपरवाइजर, बीपीएम, बीसीपीएम, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डब्ल्यूएचओ मॉनिटर एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा आवश्यक टीकों से वंचित न रह जाए और समाज में रोगों के खिलाफ सुरक्षा की मजबूत दीवार तैयार की जा सके। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर इस दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।