साइबर ठगी पर बाराबंकी पुलिस की बड़ी कार्यवाही: नौकरी के नाम पर ठगे ₹17,400 पीड़ित को दिलाए वापस

Report By:श्रवण कुमार यादव
बाराबंकी:जनपद बाराबंकी में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच आमजन को राहत देने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है। साइबर क्राइम थाना बाराबंकी और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने तत्परता दिखाते हुए नौकरी के नाम पर की गई ऑनलाइन ठगी में पीड़ित को उसकी संपूर्ण धनराशि ₹17,400 वापस दिलाने में सफलता हासिल की है। यह कार्यवाही न केवल पुलिस की दक्षता को दर्शाती है, बल्कि पीड़ितों को यह विश्वास भी दिलाती है कि साइबर अपराधों के विरुद्ध सख्ती से निपटा जा रहा है।
शिकायत मिलते ही सक्रिय हुई साइबर सेल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सौहाई बसौली थाना फतेहपुर, जनपद बाराबंकी निवासी जाकिर हुसैन के पुत्र को नौकरी दिलाने के नाम पर एक अज्ञात साइबर ठग द्वारा ₹17,400 की ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया गया। पीड़ित परिवार ने बिना समय गंवाए भारत सरकार की साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशन में और क्षेत्राधिकारी सदर सौरभ श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में साइबर थाना बाराबंकी और साइबर क्राइम सेल की संयुक्त टीम सक्रिय हो गई।
तकनीकी दक्षता से ठगी की रकम को रोका गया
जैसे ही ठगी की सूचना मिली, पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक और मर्चेंट कंपनी से संपर्क साधा। समय रहते खाते को होल्ड कर दिया गया, जिससे साइबर ठग निकाली गई धनराशि को कहीं और ट्रांसफर नहीं कर सके। पुलिस की तत्परता और समन्वय के चलते पूरी ठगी गई रकम पीड़ित के खाते में सुरक्षित रूप से वापस भेज दी गई।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस पूरे ऑपरेशन में कई पुलिसकर्मियों ने कुशलता से भूमिका निभाई। टीम में प्रमुख रूप से शामिल रहे—
निरीक्षक विनय प्रकाश राय
निरीक्षक संजीव कुमार यादव
उप निरीक्षक इफलाक अहमद
सत्येंद्र पांडेय
मुख्य आरक्षी नीरज यादव
आरक्षी जितेंद्र, सुधाकर सिंह भदौरिया, राजन यादव, अभिषेक चपराणा, मनोज कुमार, पंकज सिंह, अनुराग सिंह, अंकित कुमार
महिला आरक्षी मोहिनी तिवारी
इन सभी ने मिलकर साइबर ठगों की साजिश को विफल किया और पीड़ित को न्याय दिलाया।
जनजागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार
साइबर सेल ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल, लिंक या संदेश के माध्यम से मांगी गई बैंक डिटेल या ओटीपी की जानकारी किसी के साथ साझा न करें। नौकरी, लॉटरी, ईनाम या सहायता के नाम पर मांगे गए पैसों से सतर्क रहें और कोई भी संदिग्ध लेन-देन होने पर तत्काल 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं।