स्वच्छ उत्तराखण्ड – समृद्ध उत्तराखण्ड : नैनीताल में दो दिवसीय दौरे के दौरान सफाई अभियान व पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश

Report By: उत्तराखंड डेस्क
नैनीताल:प्रदेश को स्वच्छ, हरित और समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत राज्य के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने अपने दो दिवसीय नैनीताल दौरे की शुरुआत प्रातः कालिक स्वच्छता अभियान और पौधारोपण कार्यक्रम से की। “स्वच्छ उत्तराखण्ड – समृद्ध उत्तराखण्ड” संकल्प के अंतर्गत यह दौरा स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और जनभागीदारी को केंद्र में रखकर आयोजित किया गया।
दौरे की शुरुआत नैनीताल झील के आसपास साफ-सफाई अभियान से हुई, जिसमें स्थानीय नागरिकों, स्कूली छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और नगर पालिका कर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। स्वयं वरिष्ठ प्रतिनिधि ने अपने हाथों से सफाई कर स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता का परिचय दिया।
इस अवसर पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों का रोपण किया गया, जिसमें आम, नीम, आंवला और बुरांश जैसे स्थानीय वनस्पतियों को प्राथमिकता दी गई। बच्चों और युवाओं को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई, जिसमें उन्हें अपने घर, स्कूल और समाज में स्वच्छता बनाए रखने और हर वर्ष कम-से-कम एक पौधा लगाने का संकल्प दिलाया गया।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्रतिनिधि ने कहा,
“स्वच्छता केवल एक आदत नहीं बल्कि एक संस्कार है। यदि हम आज पर्यावरण और स्वच्छता के लिए जिम्मेदारी नहीं लेंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका गंभीर खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा।”
इस दौरे में प्रतिनिधि ने स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से भेंट कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं—जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन, आयुष्मान भारत योजना आदि—का फीडबैक प्राप्त किया।
स्थानीय जनता ने अपनी समस्याएं व सुझाव साझा किए, जिसमें ठोस कचरा प्रबंधन, सीवरेज व्यवस्था, पर्यटन स्थलों की नियमित सफाई, युवाओं के लिए रोजगार सृजन और पर्यावरण शिक्षा पर विशेष बल देने की आवश्यकता जताई गई। प्रतिनिधि ने सभी सुझावों को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया और कहा कि स्थानीय स्तर पर लोगों की भागीदारी से ही योजनाएं सफल बन सकती हैं।
मुख्य गतिविधियाँ:
नैनीताल झील व आसपास के क्षेत्रों की सफाई
छात्र-छात्राओं के साथ पौधारोपण
पर्यावरण एवं स्वच्छता की शपथ
योजनाओं की समीक्षा और जन-संवाद
स्थानीय समस्याओं और सुझावों का संकलन