उत्तर प्रदेश में सिंचाई क्रांति: 15 लाख किसानों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन, 23 लाख हेक्टेयर भूमि को मिली सिंचाई सुविधा

Report By: उत्तर प्रदेश डेस्क


लखनऊ:उत्तर प्रदेश में किसानों की समृद्धि और कृषि क्षेत्र के सतत विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने सिंचाई सुविधाओं का व्यापक विस्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में “डबल इंजन सरकार” द्वारा अब तक 15 लाख किसानों को निजी ट्यूबवेल के लिए निःशुल्क विद्युत कनेक्शन प्रदान किया गया है। इसके साथ ही, राज्य में 23 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त कृषि भूमि को सिंचाई की सुविधा से जोड़ा गया है।
यह ऐतिहासिक उपलब्धि राज्य के कृषि क्षेत्र को नई ऊर्जा देने वाली साबित हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल को ‘किसानों के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में निर्णायक कदम’ करार दिया है।

किसानों के हित में क्रांतिकारी कदम
प्रदेश सरकार की यह पहल किसानों के उत्पादन को बढ़ाने और खेती को लाभकारी बनाने में मील का पत्थर साबित हो रही है। पहले जहां किसानों को सिंचाई के लिए महंगे डीजल पंपों या अस्थायी संसाधनों पर निर्भर रहना पड़ता था, वहीं अब विद्युत ट्यूबवेल के माध्यम से उन्हें आसान, सस्ती और लगातार सिंचाई की सुविधा मिल रही है।
निःशुल्क विद्युत कनेक्शन से किसानों के उत्पादन खर्च में भारी कमी आई है। खासकर पूर्वांचल और बुंदेलखंड जैसे क्षेत्रों में यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने में मदद कर रही है।

डबल इंजन सरकार का समर्पण
केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त नीतियों ने यह संभव बनाया है कि सिंचाई जैसी मूलभूत सुविधा अब प्रदेश के हर किसान तक पहुंचे। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, पर ड्रॉप मोर क्रॉप, जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं को यूपी सरकार ने स्थानीय जरूरतों के हिसाब से प्रभावी ढंग से लागू किया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,
प्रदेश में डबल इंजन की सरकार किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए कटिबद्ध है। हम चाहते हैं कि हर खेत तक पानी पहुंचे और हर किसान की आमदनी बढ़े। यही हमारे संकल्प का आधार है।”

आंकड़ों में सफलता की तस्वीर
15 लाख किसानों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन
23 लाख हेक्टेयर नई भूमि को सिंचाई से जोड़ा गया
70,000+ सोलर पंप सेट वितरित किए गए
माइक्रो-इरिगेशन पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए 50% से अधिक सब्सिडी
राज्य सरकार अब अगली योजना के तहत किसानों को सोलर पंप से जोड़ने की प्रक्रिया को और तेज कर रही है, जिससे न केवल सिंचाई में सुविधा हो, बल्कि पर्यावरण को भी संरक्षित किया जा सके। इसके अलावा, डिजिटल सिंचाई समाधान जैसे सेंसर बेस्ड सिंचाई तकनीक को भी धीरे-धीरे अपनाया जा रहा है।

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