शहीद राजनाथ के शहादत दिवस पर हजारों की संख्या में जुटे लोग, पूर्व विधायक आशा देवी ने जताया आभार

रिपोर्ट: तारकेश्वर प्रसाद, आरा, बिहार
आरा:कुंवर सेना के संस्थापक, जननायक और जनसेवा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद राजनाथ की पुण्यतिथि पर भोजपुर जिले के आरा स्थित कुंवर सिंह कॉलेज परिसर में दिनांक 5 जून को एक भव्य और ऐतिहासिक शहादत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक आशा देवी ने सभी गणमान्य अतिथियों, बुद्धिजीवियों और आमजनों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि “आप सभी की उपस्थिति यह सिद्ध करती है कि आज भी समाज में सच्चे जननायकों के प्रति गहरी आस्था और सम्मान विद्यमान है।”
पूर्व विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद राजनाथ ने अपने जीवन में सदैव गरीबों, वंचितों और शोषितों की आवाज़ को बुलंद किया। उन्होंने सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए जो कार्य किए, वे आज भी समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने क्षेत्रीय विकास को केंद्र में रखकर आरा-छपरा पुल, आरा-सासाराम रेल लाइन और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के निर्माण जैसे अनेक ऐतिहासिक कार्यों में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई।
हजारों की भीड़, सादगी और सम्मान से भरा आयोजन
शहादत दिवस के आयोजन में भोजपुर समेत शाहाबाद क्षेत्र के विभिन्न जिलों से आए हुए बुद्धिजीवी, शिक्षाविद, चिकित्सक, अधिवक्ता, पूर्व एमएलसी, विधायकगण, पूर्व विधायक, जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य सहित आमजन शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन कुंवर सेना द्वारा किया गया, जिसे शहीद राजनाथ ने अपनी दूरदृष्टि और सामाजिक प्रतिबद्धता के साथ स्थापित किया था।
पूर्व विधायक आशा देवी ने सभी अतिथियों का दिल से आभार प्रकट करते हुए कहा,
“शहीद राजनाथ के सपनों को साकार करने की दिशा में मैं सदैव तत्पर हूं। इस कार्य में आप सभी की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। मैं दिन-रात इस जनपद की सेवा में लगी हूं, और यह प्रेरणा मुझे शहीद राजनाथ के विचारों और संघर्ष से प्राप्त होती है।”
“शाहाबाद और भोजपुर के विकास का सपना”
पूर्व विधायक आशा देवी ने कहा कि उनका लक्ष्य केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत शाहाबाद क्षेत्र का निर्माण करना है। उन्होंने कहा,
“मेरा सपना है कि भोजपुर समेत पूरे शाहाबाद क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो। इसके लिए मैं हर स्तर पर संघर्ष कर रही हूं और मुझे विश्वास है कि जनता का सहयोग मुझे निरंतर मिलता रहेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि शहीद राजनाथ के बलिदान को आने वाली पीढ़ियाँ कभी नहीं भूलेंगी। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शहादत दिवस पर उनके विचारों और कार्यों को स्मरण करते हुए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई।
सामाजिक और राजनीतिक चेतना का मंच बना शहादत दिवस
कार्यक्रम केवल एक श्रद्धांजलि सभा नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक चेतना का एक सशक्त मंच बन गया, जहां जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने क्षेत्रीय विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक एकता जैसे मुद्दों पर विचार साझा किए। कुंवर सेना के युवा कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार रखते हुए शहीद राजनाथ के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया।